गुस्ताख़ी माफ़
गुस्ताख़ी माफ़ 7.7.2024 करता है पंजाब से, सौतेला व्यवहार। कहते हैं हम पर कभी, नहीं लुटाया प्यार। नहीं लुटाया प्यार, केंद्र माने बेग़ाना। हमने भी कब कहें, सगा है उसको माना। कह साहिल कविराय, नहीं बिन इसके सरता। जो-जो करते आप, दूसरा भी वह करता। प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल