गुस्ताख़ी माफ़
गुस्ताख़ी माफ़ 13.7.2024 चलो झपटमारी करें, धंधा सदाबहार। होना सिर्फ़ फ़रार है, झपट बालियां-हार। झपट बालियां-हार, पुलिस से मत घबराना। मामूली अपराध, इसे शासन ने माना। कह साहिल कविराय, बनें गुड कारोबारी। ‘झपटमार जी’ कहे, आपको दुनिया सारी। प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल