राम को नहीं ‘झुठाराम ‘ को हराना चाहता है देश
इस लोकसभा चुनाव में जितना मजा आ रहा है उतना मजा मैंने पिछले एक दर्जन लोकसभा चुनावों में नहीं उठाया। पहले चुनाव में जोकरों,मुंगेरी लालों,और शेखचिल्लियों ,और तो और धरती पकड़ों के लिए सीमित स्थान था। अब चौतरफा इन्हीं की गूँज है ,धूम है। कौन ,किसे क्या ,समझता है ये बता पाना कठिन है ,लेकिन … Read more