जाति का नशा
विवेक रंजन श्रीवास्तव भांग, तंबाखू , गुड़ाखू , अफीम, देशी शराब , विदेशी व्हिस्की , ड्रग्स, सब भांति भांति के नशे की दुकानें हैं। हर नशे का मूल उद्देश्य एक ही होता है, यथार्थ से परे वर्तमान को भुलाकर आनंद के एक तंद्रा लोक में पहुंचा देना। अफीम के आनंद में कोई साधक … Read more