लोकतंत्र की अंतिम सप्तपदी रोचक
आजकल कोर्ट मैरिज का जमाना है इसलिए लोग धीरे-धीरे पारम्परिक विवाहों की प्रक्रिया को भूलने लगे है । पहले हिन्दू विवाह पद्यति में सप्तपदी के बिना विवाह संस्कार पूरा नहीं होता था। वर और वधु के बीच सात-पांच वचनों का एक मौखिक अनुबंध होता था। इसे ही भांवर पड़ना भी कहते थे। हिन्दू विवाह प्रथा … Read more