भक्त कबीर दास
दमनजीत सिंह मध्यकाल में जब संतसाहित्य का उदय हुआ, उस समय उत्तर भारत की सामाजिक एवं राजनीति स्थिति अत्यंत दयनीय एवं अव्यवस्थित थी। दिल्ली का शासन तैमूर के आक्रमणों को झेल रहा था, तुगलक, सैयद एवं लोधी वशंजों द्वारा राज्य विस्तार लालसा, हिंसा, छल-कपट और जबरन धर्म परिवर्तन के कारण जनमानस विक्षुब्धता, अकारण पीड़ा और … Read more