बाल कविता : मोबाइल
बाल कविता मोबाइल रंजन कुमार शर्मा ‘रंजन’ बड़े काम का यह मोबाइल, सबको निकट बुलाता है। मामा, ताऊ, पापा, मम्मी, सबको बहुत सुहाता है। लद गए दिन चिट्ठियों के, टेलीग्राम हुआ सपना। नई सदी के प्रगतिपथ पर, सबका साथ निभाता है। दूरियों की मिट … Read more