नकल में भी चाहिए अकल
(पंकज शर्मा तरुण – विनायक फीचर्स) भारत के बाजारों में नकली चीजों का बोलबाला इतना हो गया है कि बेचारा आम नागरिक असली चीजों को पूरी तरह भूल ही गया है। खाने पीने की सामग्री हो या इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान हर क्षेत्र में नक्कालों की चवन्नी सवा पांच रुपए में धड़ल्ले से चल रही … Read more