कहानी : फिर देहरी पर
आनन्द बिल्थरे कक्षा से बाहर निकलते-निकलते अनुभा ने अनुभव से कहा- अरे, अनुभव, केमेस्ट्री मुझे कुछ समझ में नहीं आ रही है। क्या तुम मेरे कमरे में आकर मुझे समझा सकते हो? – हां, लेकिन छुट्टी के दिन। – ठीक है, तुम मेरा मोबाइल नंबर ले लो और अपना दे दो। मैं … Read more