समाज़ सेवा हो तो ऐसी..सेवादारी मंडल जैसी…
ऐसी सेवा,जो मानव की मृत्यु होने पर उसकी बॉडी से लेकर..पूरे क्रियाकर्म व अंतिम संस्कार तक सेवादारी मंडल के सेवादारियों को सैल्यूट-1981 में मंडल के गठन से लेकर आज तक प्रचार पद मैं मैं का स्वार्थ व मोह नहीं देखा -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया गोंदिया- वैश्विक स्तरपर सेवा एक ऐसी क्रिया है … Read more