विलुप्त होती कठपुतलियां…
कुछ धागों के इशारों पर नाचती हुईं ये कठपुतलियां कभी रोमांच का पर्याय होती थीं l जब मनोरंजन के साधन सीमित थे, तब नाटक, नुक्कड नाटक, कठपुतली, मंडली द्वारा नृत्य यही सब हमारा मनोरंजन करते थे l और यकीन मानिये इनसे हमे बहुत कुछ सीखने को भी मिलता था l पर आज किसी को भी … Read more