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हमारे सपने” ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष गीता खेड़ा को “राष्ट्रीय गौरव महिला पुरस्कार” से सम्मानित किया गया

*प्रतिष्ठित “राष्ट्रीय गौरव महिला पुरस्कार” प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री सुप्रिया कार्णिक द्वारा प्रदान किया गया।*   रिपोर्ट: रवींद्र आर्य   करनाल: महान समाज सुधारक और शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को समर्पित राष्ट्रीय गौरव महिला पुरस्कार आज करनाल में एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया और ह्यूमन राइट्स इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। … Read more

रसूखदार पहले पार….फिर जानता नहीं मैं कौन हूं !

बेजा हरकतों के मालिक तुम कौन हो भाई ! फिर आवाज सुनाई दी, ठहर मैं तेरेकु बताता हूं। चमचमाती बड़ी कार से नीचे उतरते ही, जानता नहीं, मैं कौन हूं। हां साब बिल्कुल नहीं जानता आप कौन हैं। ना तो आपके जेब पर नेमप्लेट लगी है और ना ही माथे पर कहीं लिखा हुआ है … Read more

कॉर्पोरेट बस्तर के सेप्टिक टैंक में दफ्न ‘लोकतंत्र’

आलेख : संजय पराते यदि पत्रकारिता लोकतंत्र की जननी है या पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं, तो यकीन मानिए, 3 जनवरी की रात वह बस्तर के बीजापुर में एक राज्य-पोषित ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में दफ्न मिली। लोकतंत्र की इस मौत पर अब आप शोक सभाएं कर सकते हैं, श्रद्धांजलि दे सकते हैं। जी … Read more

कनाडा को दबोचने की रणनीति कारगर रही

प्रकाशन हेतु ( संपादकीय पेज) आलेख   पंकज सीबी मिश्रा/राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार जौनपुर यूपी डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के टारगेट में चढ़े ट्रुडो को अब अपनी औकात का पता चल रहा होगा । डीप स्टेट के सारे मुख्य एजेंट अब ट्रंप के हिट लिस्ट में आ गए हैं। कभी बाइडेन के राइट हैंड … Read more

वैश्विक एचएमपीवी ट्रैकर: तमिलनाडु में 2 मामलों का पता चला, भारत में इसकी संख्या बढ़कर 5 हुई

कर्नाटक, महाराष्ट्र और दिल्ली की सरकारों ने एचएमपीवी से संबंधित संभावित स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए तैयारी सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं – जो कि कोविड-19 के दौरान अपनाए गए थे।     06 जनवरी : ग्लोबल एचएमपीवी ट्रैकर: भारत में सोमवार को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के पांच मामलों की पुष्टि की गई, … Read more

मुकेश चंद्राकर-सच लिखने के इनाम में मिली सैप्टिक टैंक में मौत

राकेश अचल लिखते हुए हाथ कांपते नहीं हैं,दिल में सिहरन जरूर होती है, ‘हमपेशा’ मुकेश चंद्राकर के बारे में सोचकर। मात्र 33 साल के मुकेश चंद्राकर बस्तर के दबंग पत्रकार थे,हालाँकि उन्हें कोई रमन मैग्सेसे पुरस्कार नहीं मिला था लेकिन उन्हें सच लिखने का ईनाम जरूर मिला वह भी मौत की शक्ल में। मुकेश चंद्राकर … Read more

बस्तर जंक्शन

*प्रकाशनार्थ*   *बस्तर जंक्शन* *(बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर बादल सरोज की त्वरित टिप्पणी)*   1 जनवरी की शाम से लापता मुकेश चंद्राकर की देह मिलने की दुखद और स्तब्धकारी खबर आज शाम को आ गयी। मौके पर पहुंचे कमल शुक्ला ने रुंधे गले से यह खबर सुनाई।   एकदम युवा और … Read more

पिता का पजामा पेंट या धोती फटी है,तो हमारी ब्रांडेड पहनी चीजों पर गर्व नहीं शर्म होनी चाहिए

आध्यात्मिकता में माता-पिता का सर्वश्रेष्ठ स्थान-बड़े बुजुर्ग वृद्धजन ईश्वर अल्लाह का रूप   मां से ऊंची आवाज में बात कर रहे हैं तो मंदिर जाकर देवी मां को पूजने का मतलब नहीं-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र   गोंदिया – वैश्विक स्तरपर भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता में आस्था जग प्रसिद्ध है। अपने माता-पिता और बड़े … Read more

वर्तमान डिजिटल युग में भी पुराने बीते हुए सुहाने दिनों की लालसा क्यों है ? 

कोई लौटा दे मेरे बीते हुए मान सम्मान के दिन   वर्तमान प्रौद्योगिकी युग में भी मनीषियों द्वारा अपने पुराने दिनों को अच्छे दिन बताने को रेखांकित कर सकारात्मक उपायों पर मंथन करना जरूरी – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र   गोंदिया – वर्ष 1964 में दूर गगन की छांव में फिल्म का गीत कोई लौटा … Read more

आपातकाल के 50 साल: कंगना रनौत की ‘आपातकाल’ बड़े पर्दे पर इतिहास को सामने लाने के लिए तैयार

पत्रकार रितिक रघुवंशी   1975 में आपातकाल की घोषणा के 50 साल पूरे हो रहे हैं, जो भारतीय इतिहास के सबसे परिभाषित और विवादास्पद अध्यायों में से एक है। यह एक ऐसा दौर था जब लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया था, मौलिक अधिकारों पर अंकुश लगाया गया था और राष्ट्र को अभूतपूर्व संवैधानिक संकट … Read more