समाज में भीड़ तंत्र बनाकर राजनीतिक फायदा उठाने का प्रचलन बढ़ रहा है 

कानूनी फैसला पारित करने की शक्ति केवल न्यायपालिका के पास होती है   किसी भी घटना पर आरोपियों को मौत या फांसी की सजा का आश्वासन कोई कैसे दे सकता है?क्या पूरी न्यायिक प्रक्रिया को कोई अनदेखा कर सकता है?- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया   गोंदिया – वैश्विक स्तरपर सबसे बड़े भारतीय लोकतंत्र और … Read more

धैर्य और संकल्प का प्रतीक: दरुमा गुड़िया की प्रेरणादायक कहानी

लेखिका: नैना जैन   कहानी की दुनिया में एक समय था, जब जापान के एक छोटे से काल्पनिक गाँव में एक संत रहा करते थे, जिनका नाम था “दरुमा”। दरुमा संत अपने अद्भुत ज्ञान और अटूट धैर्य के लिए जाने जाते थे। गाँव के लोग उन्हें अपने मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत के रूप में मानते … Read more

इस ‘ लिंचिंग ‘ पर भी बोलना पड़ेगा आपको

अक्सर मेरे तमाम मित्र मुझसे हिंसा और बलात्कार की हर वारदात पर लिखने की अपेक्षा रखते है। अधिकांश अंधभक्तों की अपेक्षा होती है कि कोई लेखक हो,विपक्ष का नेता हो वो सबसे पहले हिन्दुओं पर बोले,बंगाल पर बोले लेकिन उत्तरप्रदेश या डबल इंजिन की सरकार वाले किसी सूबे के बारे में न बोले। लेकिन हमारी … Read more

पुस्तक चर्चा : नाटकीयता से परे जमीनी हकीकत का बेहतरीन उपन्यास “औघड़”

विवेक रंजन श्रीवास्तव   हिन्द युग्म “नई वाली हिंदी” का जश्न मनाने वाले युवाओं द्वारा प्रारंभ की गई साहित्यिक यात्रा का मंच है । ब्लागिंग के प्रारंभिक दिनों में शैलेश भारतवासी ने हिन्दयुग्म प्रकाशन शुरु किया था । काव्य पल्लवन ब्लाग से मैं भी हिन्द युग्म के प्रारंभिक समय से जुडा रहा हूं । हिन्द … Read more

चिकुन गुनिया के उपचार में लाभदायक है आयुर्वेद व पंचकर्म

डाॅॅ. जी. एम. ममतानी,डाॅ. अंजू ममतानी कोविड महामारी का कहर आज भी लोगों के मन-मस्तिष्क में बसा है। वर्षाऋतु के आगमन के साथ अनेक रोग मनुष्य को विचलित कर रहे हैं जैसे चिकुनगुनिया, डेंगू, वायरल फीवर, गैस्ट्रो इत्यादि। आज हर घर में कोई न कोई चिकुन गुनिया या डेंगू या वायरल बुखार से त्रस्त है … Read more

आधुनिकता की अंधी दौड़ में टूटते रिश्ते

वैदेही कोठारी   हमारा समाज रिश्तों का ताना-बाना है। अर्थात रिश्तों का जाल है। हर जगह हम रिश्ते बना लेते हैं। जैसे ट्रेन, बस, मार्केट या सामान्य जगहों पर हम किसी से बात करते हैं तो काका-काकी या मामा-मामी या दीदी-भैया करके सम्बोधित करने लगते हैं, फिर चाहे वह हमारा रिश्तेदार हो या न हो। … Read more

फिल्मी जगत के आसमान के तारे गीतकार शैलेन्द्र

सुशील गिरधर ‘शीलू’ आवारा हूं या गर्दिश में हूं आसमान का तारा हूं … (आवारा) है सबसे मधुर वो गीत… (पतिता) नन्हें-मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है… (बूटपॉलिश), तू प्यार का सागर हैं… (सीमा), मेरा जूता है जापानी… (श्री 420), जहां मैं जाती हूं, वहीं चले आते हो… (चोरी-चोरी), सुहाना सफर और ये मौसम … Read more

अनसुलझा है डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के निर्देशक सनोज मिश्रा के गायब होने का राज

संजय भूषण पटियाला 14 अगस्त 2014 कोलकाता से गायब हुए द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के निर्देशक सनोज मिश्रा गत दिनों बनारस के अस्सी घाट पर अस्त व्यस्त हालात में मिले थे। अब मिलने के बाद सनोज सिर्फ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही घटना के बारे में बताने की बात कह रहे … Read more

द्रोपदी का डर और डर की द्रोपदी 

चलिए अच्छा हुआ कि कोलकाता बलात्कार कांड के बारे में बोलकर राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू भी उस कतार में शामिल हो गयीं जिसमें पहले से लोकसभा के अध्यक्ष श्री ओम बिरला,राज्य सभा के सभापति जयदीप धनकड़ और बंगाल के राज्यपाल सीबी आनंद बोस शामिल है।बिरला , ,धनकड़ और बोस पर सरकार के एजेंट के रूप … Read more

बेटियां शुभकामनाएं हैं…

वैदेही कोठारी कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर बेटियों से सम्बंधित वीडियों और ऑडियो अत्यधिक चल रहे है। हाल ही में एक ऑडियो चल रहा है, जिसमें एक व्यक्ति स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से बोलता है। मुझे मेरी पत्नी का गर्भपात कराना है। डॉक्टर उस व्यक्ति पर अत्यधिक क्रोधित होकर बोलती हैं – शर्म नहीं … Read more