ये देश है या माफियाओं का राजनीतिक तंत्र?

आलेख : महेंद्र मिश्र माफिया केंद्र को चला रहा है या फिर केंद्र माफियाओं के सहारे चल रहा है, कुछ कह पाना मुश्किल है। देश और विदेश से सामने आयी दो सूचनाओं ने न केवल एक गणतंत्र के रूप में भारत की पहचान को शर्मसार किया है, बल्कि भारत की 70 सालों की आधुनिक लोकतांत्रिक … Read more

कासगंज की रामलीला में शम्बूक का आत्मवध

आलेख : बादल सरोज शम्बूक को लेकर अनेक रामकथाओं में दर्ज प्रसंग से रूप में थोड़ा अलग, किन्तु सार में यथावत पूर्ववत, मंचन उत्तरप्रदेश में गंगा किनारे बसे सोरों के एक गाँव सलेमपुर बीवी की रामलीला में हुआ, एक अंतर यह भी था कि इस बार मंच की बजाय दर्शक दीर्घा में हुआ। ◾ कासगंज … Read more

आहत धार्मिक भावनाओं की बात करने का असली हकदार कौन है?

आलेख : सुभाष गाताडे   क्या किसी दूसरे धर्म के प्रार्थना स्थल में बेवक्त जाकर हंगामा करना या अपने पूजनीय/वरणीय के नारे लगाना, ऐसा काम नहीं है, जिससे शांतिभंग हो सकती है, आपसी सांप्रदायिक सद्भाव पर आंच आ सकती है? इस सवाल पर कर्नाटक की न्यायपालिका एक बार फिर चर्चा में है। कर्नाटक की उच्च … Read more

दुनियाँ में प्रचलित न्याय की देवी के प्रतीक में भारतीय बदलाव की पहल-आंखों की पट्टी ख़ोल हाथ में संविधान दिया 

ब्रिटिश काल क़े आपराधिक कानून को बदलने के बाद न्याय की देवी के प्रतीक में महत्वपूर्ण बदलाव इसी कड़ी में बड़ा क़दम   वर्तमान डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस युग में खुली आंखों से संवैधानिक मार्ग से न्यायिक प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होने की संभावना-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र   गोंदिया- वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियाँ अब डिजिटलाइजेशन … Read more

भागवत की शताब्दी कथा : खतरा, खतरा, खतरा!

आलेख : राजेंद्र शर्मा   इस दशहरे से आरएसएस का शताब्दी वर्ष शुरू हो गया। इस मौके पर, आरएसएस के वर्तमान सरसंघचालक, मोहन भागवत के संबोधन से बहुत से लोगों ने अगर, शताब्दी पार के आने वाले वर्षों में आरएसएस की दशा-दिशा के बारे कुछ नया सुनने की उम्मीद लगा रखी थी, तो उन्हें जरूर … Read more

23 वाँ शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन 15-16 अक्टूबर 2024-इस्लामाबाद पाकिस्तान में भारत की हुंकार 

भारत की पड़ोसी के घर जाकर हुंकार-अच्छे पड़ोसी संबंधों व विश्वास में गिरावट की परिस्थितियों के कारणों का विश्लेषण करना ज़रूरी   भारत का एससीओ को तीन बुराइयों,आतंकवाद अलगाववाद व उग्रवाद का मुकाबला करने का आगाज़ सराहानींय कदम -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र   गोंदिया – वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियाँ के हर अंतरराष्ट्रीय मंचों … Read more

अब प्रियंका की संसद से होगी कुड़माई

पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की पौत्री और राजीव गाँधी की बेटी श्रीमती प्रियंका वाड्रा ने आखिर ना ना करते हुए भी चुनावी राजनीति में कदम रख ही दिया । अब अगले माह उनकी संसद से कुड़माई होगी । दो बच्चों की माँ और परिपक़्व राजनेता बन चुकी प्रियंका वायनाड से लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस … Read more

राजेंद्र शर्मा के चार व्यंग्य

  *राजेंद्र शर्मा के चार व्यंग्य*   *1. रे दशानन तूने ये क्या किया!*   आचार्य नरसिंहानंद समाचार पाने के लिए बहुत व्यग्र थे। पर उनके कान जिस खबर को सुनने के लिए तरस रहे थे, वह आकर ही नहीं दे रही थी। टीवी चैनलों से लेकर, सोशल मीडिया तक, सब खंगाले जा रहे थे। … Read more

रासपुतिन बोये-रोपे जायेंगे, तो रंगा-बिल्ला ही लहलहाएंगे

रासपुतिन बोये-रोपे जायेंगे, तो रंगा-बिल्ला ही लहलहाएंगे *(आलेख : बादल सरोज)* 🔵 यह निर्भया काण्ड से बहुत पहले की बात है। 1978 में दिल्ली में हुई एक बर्बरता से पूरा देश हिल गया था – राजधानी के सबसे सुरक्षित इलाके में दो किशोर भाई बहनों गीता और संजय चोपड़ा की रंगा, बिल्ला नाम के दो … Read more

क्या उत्तर प्रदेश को बांग्लादेश बनाने की कोशिशें हो रही हैं?

मनोज कुमार अग्रवाल उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा उत्सव के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान दंगा -तनातनी -आगजनी हुई । इससे कुछ दिन पहले भी यूपी के कई और शहरों में मूर्ति विसर्जन के दौरान विवाद के मामले सामने आए हैं। यह सभी वारदात एक ही पैटर्न पर है जिनमें बहराइच, कुशीनगर ,गोंडा, कौशांबी … Read more