प्राचीन धार्मिक साहित्य में चिकित्सकीय वर्णन
विवेक रंजन श्रीवास्तव मनुष्य प्रकृति की अनुपम कृति है। मनुष्य मूलत: बुद्धि जीवी प्राणी है। स्वाभाविक है कि मनुष्य की प्रयोगवादी प्रवृति के चलते उसे स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई खतरों और बीमारियों का सामना करना पड़ता रहा है। यहीं चिकित्सा का प्रारंभ होता है। प्राकृतिक चिकित्सा सर्वप्रथम औषधीय प्रयास है। प्राकृतिक चिकित्सा … Read more