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खेल को खेल ही रहने दो ,कोई नाम न दो

ग्वालियर में चौदह साल बाद होने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय मैच को लेकर हिन्दू-मुसलमान करने की कोशिश ग्वालियर को बदनाम करने के लिए काफी है । ग्वालियर वैसे भी नव-सामंती दौर से गुजर रहा है ऐसे में मुठ्ठी भर हिन्दुओं के विरोध के चलते बांग्लादेश और भारत के बीच 6 अक्टूबर को खेले जाने वाले टी-20 … Read more

गांधी जी और उनकी लोकसेवी पत्रकारिता

प्रसून लतांत पत्रकारिता पहले मूलतः कोई स्वतंत्र व्यवस्था नहीं थी, जैसी वह आज है। 17वीं और 18वीं शताब्दी की पत्रकारिता (जो खास तौर से यूरोप और अमेरिका में पनपी) या तो उद्योग-व्यापार-वाणिज्य आदि के सहायक के रूप में थी या उसका उद्देश्य अपने-अपने देशों या क्षेत्रों की राजनीति में मदद करने का था। अपने ‘स्वतंत्र’ … Read more

बंगाल का सिद्ध शक्तिस्थल तारापीठ

शिव शंकर सिंह पारिजात तारापीठ बंगाल का एक प्रमुख शक्तिस्थल है जो पटना-हावड़ा लूप रेल लाईन पर झारखंड-बंगाल की सीमा पर रामपुर हाट स्टेशन (बीरभूम जिला) से करीब 8 किमी दूर द्वारिका नदी के तट पर स्थित है। कोलकाता से यह 213 कि.मी. और पटना से (वाया जमालपुर-भागलपुर) 389 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। … Read more

ईरान-इजरायल युद्ध का आगाज़-ईरान ने इज़राइल पर सैकड़ो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी-पश्चिम एशिया व खाड़ी देशों में हड़कंप

संयुक्तराष्ट्र,भारत व अमेरिका सहित अनेक देश वैश्विक शांति के प्रयास में लगे हैं   दुनियाँ के तीसरे विश्वयुद्ध की ओर बढ़ते कदमों को रोकने वैश्विक अंतरराष्ट्रीय मंचों को आगे आने की ज़रूरत को रेखांकित करना समय की मांग-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया   गोंदिया – वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियाँ देख रही है कि किस तरह … Read more

चाँद मियां से चाँद तक का सफर

रोजाना लिखकर दिहाड़ी कमाने वाले हम जैसे लोग आजकल चकरघिन्नी बने हुए है । लिखने के लिए इतने मुद्दे और विषय कुकुरमुत्तों की तरह उग आते हैं। तय कर पाना कठिन हो जाता है कि कौन से मुद्दे पर लिखा जाये और कौन से छोड़ दिया जाये ? आज भी समाने चाँद मियां हैं, गांधी … Read more

कहानी : सुहाग

किशन लाल शर्मा यहां की आवोहवा बिल्कुल बदली हुई थी। दिल्ली देश की राजधानी… कहते हैं दिल्ली दिलवालों की है। सच है यह। तभी तो नादिर शाह, चंगेज खा, जैसे न जाने कितने क्रूर निर्दयी हत्यारे आक्रांता आये जिन्होंने दिल्ली को लूटा, तहस नहस किया, बर्बरता से कत्लेआम किया। पर हर बार दिल्ली सब कुछ … Read more

कृषि और सुरक्षा के सजग पहरेदार लाल बहादुर शास्त्री

कृषि और सुरक्षा के सजग पहरेदार लाल बहादुर शास्त्री विवेक रंजन श्रीवास्तव   2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिन के साथ-साथ स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्मदिन है । जब दूसरे भारत पाकिस्तान युद्ध के समय हमें अपनी खाद्य जरूरतों के लिए अमेरिका का मुंह देखना पड़ा तो स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री ने … Read more

स्वामी माधवानंद को योग के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट की उपाधि से किया सम्मानित 

स्वामी माधवानंद को योग के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट की उपाधि से किया सम्मानित   हांसी, 1 अक्टूबर : नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में मैरीलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी मैरीलैंड, यूएसए द्वारा आयोजित इंडिया इंटेलेक्चुअल कॉन्क्लेव 2024 (10वां संस्करण) में ऋषिकेश में रह रहे स्वामी माधवानंद को योग के क्षेत्र में … Read more

मुनाफे के लिए मरीजों को धोखा देता दवा माफिया

मनोज कुमार अग्रवाल हमारे देश में डॉक्टरों को धरती के भगवान का दर्जा दिया जाता है और दवाओं को ‘संजीवनी’ माना जाता है। दवाओं को संजीवनी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह जीवनरक्षक होती है। मरीज उन्हें इस विश्वास के साथ खाता है कि उसकी बीमारी ठीक हो जाएगी। जब वह दवा खाता है, तो … Read more

क्यों बनीं ‘ गाय ‘ महाराष्ट्र की राजमाता

आप मानें या न मानें लेकिन मुझे ये लग रहा है कि देश के तमाम चौपाये गाय की किस्मत से जल-भुन रहे होंगे,क्योंकि उसे महाराष्ट्र की सरकार ने राजमाता घोषित कर दिया है । राजमाता कहिये या राज्य माता अर्थ एक ही है। ये सम्मान पाने के लिए पुराने सामंतों परिवारों की महिलाएं तरस जाया … Read more