न्यायपालिका और हिन्दुत्व की वर्चस्ववादी परियोजना
सुभाष गाताडे भारत में हम कार्यपालिका का, अर्थात उसकी विभिन्न संस्थाओं को प्रभावहीन बनाने या उन्हें सत्ताधारी पार्टियों के मातहत करने की परिघटना को बारीकी से देख रहे हैं, मगर अभी तक न्यायपालिका में आ रहे बदलावों की तरफ हमारी निगाहें कम गई हैं। गौरतलब है कि भारत में ऐसे कानून के विद्वान या वकील … Read more