हरियाना /यूटर्न/26 सितंबर: किसान आंदोलन और तीन कृषि कानूनों को लेकर कंगना रनौत के बयान पर सियासी उठापटक मची हुई थी। अब हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल का चौंका देने वाला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि शंभू बॉर्डर पर बैठे लोग किसान नहीं है। उनको लेकर जल्द फैसला किया जाएगा। मनोहर लाल ने कहा कि ये लोग मुखौटा पहने बैठे हैं, जो सिस्टम को खराब करना चाहते हैं। पूर्व सीएम अंबाला में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में बोल रहे थे। मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब का रास्ता बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह एक बड़ा मुद्दा है। मनोहर लाल ने कहा कि हम लोगों ने इस रास्ते को खुलवाने के लिए पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन ये लोग स्थिर सरकार को अस्थिर करने पर तुले हैं। इसकी डिटेल को जानने की जरूरत नहीं है। ये लोग कौन हैं? आप लोग अच्छी तरह जानते हैं। अंबाला शहर को शंभू बॉर्डर बंद होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के लोग उनकी सरकार के फैसले से खुश होंगे। क्योंकि उन लोगों को वहीं रोक दिया गया। हरियाणा के अंदर नहीं घुसने दिया। हरियाणा ने वहां मजबूत नाकाबंदी कर रखी है। वे लोग इस इश्यू को लेकर आगे जा रहे थे, तभी कुछ लोग मामले को लेकर कोर्ट पहुंच गए।
सुरजेवाला ने कंगना रनौत पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला का एक बयान सामने आया है। जिन्होंने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। सुरजेवाला ने कहा कि इस समय हरियाणा में भाजपा के बड़े नेता जो चुनाव प्रचार कर रहे हैं, वे चले हुए कारतूस साबित हो चुके हैं। भाजपा इस बार सिंगल डिजिट पार्टी बनने जा रही है। कांग्रेस यदि 80 सीट जीत जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। वहीं, किसान, जवान, पहलवान के साथ भाजपा जिस तरह का व्यवहार कर रही है। वह ठीक नहीं है। कंगना रनौत ने जो कुछ बोला है, वे पीएम मोदी की चहेती सांसद हैं। उनके बयान का बाद भाजपा का हिडन एजेंडा सामने आ चुका है।
केजरीवाल ने भी कंगना रनौत-खट्टर पर साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर फिर उनकी मंशा खराब हो रही है। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू किया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर बैठे लोग ‘नकली किसान’ हैं। इस बार ऐसा बटन दबाना कि खट्टर साहब को लगे कि वे असली खट्टर नहीं, बल्कि ‘नकली खट्टर’ हैं। ऐसा बटन दबाना कि वो दोबारा तीनों कृषि कानूनों को लाने की बात न करें।
विपक्ष को मिला बड़ा मुद्दा
आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही हैं। वोटरों को साधने के लिए तरह-तरह के वादे किए जा रहे हैं। चुनाव में एक बार फिर कृषि कानून का मुद्दा सामने आ गया। कंगना रनौत के कृषि कानून लागू करने वाले बयान ने भाजपा के लिए मुश्किल बढ़ा दी और विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे दिया।
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