हरियाना /यूटर्न/23 सितंबर: पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा नाराज चल रही हैं। उनके हरियाणा में कांग्रेस के लिए प्रचार न करने पर सस्पेंस जारी है। पार्टी ने 12 सितंबर को उंमीदवारों की सूची जारी की थी, उसके बाद से वह प्रचार से दूर हैं। अब सबकी निगाहें सोमवार को अंबाला शहर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की जनसभा पर टिकी हैं। यहां वे पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के विश्वासपात्र और अंबाला शहर से पार्टी के उंमीदवार निर्मल सिंह के पक्ष में प्रचार करेंगे। हालांकि पार्टी ने अंबाला कैंट से सैलजा की सिफारिश को मैदान में उतारा है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह खडग़े और हुड्डा के साथ मंच साझा करेंगी या नहीं। हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष के अंबाला में समर्थकों ने भी सैलजा या हाईकमान की ओर से किसी संदेश के बारे में अनभिज्ञता जताई है।
दलित वोटर्स असमंजस में
टिकट वितरण में अनदेखी से नाराज सैलजा ने चुप्पी साध ली है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के एक नेता से जुड़े बुजुर्ग व्यक्ति की जातिवादी टिप्पणी ने भी मामले को तूल दिया है। उनकी चुप्पी ने कांग्रेस से जुड़े दलित मतदाताओं के एक बड़े वर्ग में भी बेचैनी पैदा कर दी है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेताओं को सैलजा का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका दे दिया है।
किरण चौधरी के रास्ते सैलजा?
कुछ कांग्रेस नेताओं का मानना है कि सैलजा किसी भी दिन चुनाव प्रचार में शामिल हो जाएंगी। इसके विपरीत चर्चा यह भी है कि किरण चौधरी की तर्ज पर सैलजा पार्टी छोडऩे की योजना बना रही हैं। उनके संपर्क में केवल वही लोग हैं जिन्हें कांग्रेस ने उनकी सिफारिश पर मैदान में उतारा है।
मनोहर लाल खट्टर का ऑफर करेंगे स्वीकार!
शनिवार को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस में सैलजा और उनकी चुप्पी का स्पष्ट रूप से जिक्र किया था। भाजपा भी पार्टी पर हमला करने के लिए पिरथी सिंह (75) की जातिवादी टिप्पणी का इस्तेमाल कर रही है, जबकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है।
हुड्डा को प्रिफरेंस दिए जाने से नाराज
कांग्रेस ने सैलजा के अंबाला शहर में रोहित जैन, नारनौंद में डॉ. अजय चौधरी और उकलाना में प्रत्याशियों की सिफारिशों को खारिज कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर हुड्डा की सिफारिश वाले उंमीदवारों को चुना, इसलिए सैलजा नाराज हो गईं।
अब सैलजा को बहन बता रहे हुड्डा
हुड्डा अपनी ओर से सैलजा को लुभाने के लिए सार्वजनिक बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैलजा हमारी बहन हैं। हाल ही में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने सैलजा को पार्टी का वरिष्ठ सहयोगी बताया था और कहा था कि वरिष्ठ नेताओं का अपमान करने वालों के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है। सैलजा से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो पा रहा है। पता चला है कि वह नई दिल्ली में अपने आवास पर डेरा डाले हुए हैं।
कहां हैं कुमारी सैलजा?
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान और एआईसीसी महासचिव प्रभारी दीपक बाबरिया से संपर्क करने के प्रयास भी विफल रहे। संपर्क किए जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता केवल ढींगरा ने सैलजा से संबंधित किसी भी मुद्दे को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, वह चुनाव प्रचार का अहम हिस्सा हैं। जहां तक प्रतिद्वंद्वी दलों का सवाल है, वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सत्ता में बने रहने के उनके सभी हथकंडे विफल हो गए हैं और वे सत्ता से बाहर होने वाले हैं।
—————