लुधियाना 19 अक्टूबर। पंजाबभर में फेस्टिवल सीजन के चलते पंजाब पुलिस अलर्ट पर है। जिसके चलते राज्य भर में स्पेशल नाके लगाकर चैकिंग की जा रही है। इसी के चलते शुक्रवार रात को डीजीपी पंजाब गौरव यादव द्वारा नाइट डोमिनेशनल ऑपरेशन के तहत पंजाब के लुधियाना समेत कई जिलों पर पहुंचकर सरप्राइज विजिट किया गया। इस दौरान नाकों की चैकिंग की गई। कहने को तो बेशक यह सरप्राइज विजीट था। लेकिन लुधियाना के मीडिया को एक घंटा पहले ही डीजीपी के आने का पता चल गया था। जिसके चलते मीडिया कर्मी पहले ही डीजीपी के चैकिंग स्थल पर पहुंच चुके थे। जबकि उनकी और से चैकिंग के दौरान की कवरेज भी की गई। वैसे लुधियाना पुलिस अधिकारियों की तरफ से कहने तो यह सरप्राइज चैकिंग थी। लेकिन मीडिया को पता चलने और कवरेज होने से जाहिर है कि डीजीपी के आने का पहले ही पुलिस अधिकारियों को पता था। जिसके चलते पहले ही तमाम तैयारियां कर ली गई थी, ताकि कही किसी प्रकार की कोई कमी अधिकारी को न दिख सके। हालाकि बिना बताए आने पर ही पता चल पाता कि शहर की पुलिस लोगों की किस सत्र तक सुरक्षा कर रही है। लोगों में चर्चा है कि अब अगर पंजाब पुलिस के हेड डीजीपी खुद ऐसे करेगें, तो लोगों की सुरक्षा कैसे हो सकेगी। हालाकि डीजीपी द्वारा मौके पर पहुंचकर संबंधित जिले के अधिकारियों को फोन करके मौके पर बुलाना चाहिए था। इसके साथ लुधियाना समेत हर जिले के अधिकारी का भी पता चल पाता है कि 24 घंटे लोगों की सेफ्टी के लिए ड्यूटी देने को तैयार है या नहीं और वे कितने समय पर मौके पर पहुंच पाते हैं।
बिना बताए आने पर ही पता चलेगी नाकों की चैकिंग
बता दें कि अगर किसी भी अधिकारी को नाकों की चैकिंग करनी है कि वहां सही तरीके से मुलाजिम वाहनों की चैकिंग कर रहे है या नहीं और सही ये ड्यूटी दे रही है कि नहीं। इसका पता तब ही चल सकता है जब बिना बताए अधिकारी चैकिंग करें। क्योंकि ऐसे बताकर आने के बाद मुलाजिम व संबंधित अधिकारी पहले ही अलर्ट हो जाते हैं, जिसके चलते कही कोई कमी देखने को मिल ही नहीं सकती।
लुधियाना में कम ही दिखते है नाइट नाके
लुधियाना की बात करें तो शहर में रात के समय में नाइट नाके कम ही देखने को मिलते हैं। जबकि आए दिन लोगों द्वारा रात को नाके न होने के आरोप लगाए जाते हैं। आए दिन लोगों के साथ रात को वारदातें होने की भी खबरें सामने आती रहती है। हालाकि पुलिस अधिकारियों द्वारा हर बार यही कहा जाता है कि रात को शहर में नाके लगते हैं। जबकि नाइट डोमिनेशन में भी मुलाजिम मौजूद रहते हैं।
हर जिले के लोगों से डीजीपी लें फीडबैक
लोगों में चर्चा है कि पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली सही ढंग से चल रही है या नहीं, इसके बारे में पता लगाना हो तो डीजीपी को हर जिले के लोगों से मिलना चाहिए। उनसे पंजाब पुलिस संबंधी फीडबैक लेना चाहिए। जिससे उन्हें पता चल सकेगा कि आखिर पंजाब पुलिस की कहा गलतियां है और कहा पर सही कार्य किया जा रहा है। किस जिले में कितने नाके लगाए जाते है और क्या क्या कार्रवाई की जा रही है।
फेसबुक पर सांझी की जानकारी
वहीं इस नाइट डोमिनेशन ऑपरेशन संबंधी पंजाब पुलिस के फेसबुक पेज पर भी जानकारी सांझी की गई है। पोस्ट में लिखा गया है कि डीजीपी की और से नाइट डोमिनेशन के तहत एस.ए.एस. नगर, लुधियाना, खन्ना व फतेहगढ़ साहिब जिलों के थानों व नाकों की चैकिंग की गई है। इस दौरान नाकों पर कार्यों का जायजा लिया गया और जमीनी सत्र पर पुलिस कार्यों की जांच की गई है।