3 सितम्बर – चौकी चौरा में बादल फटने से सुमाह खड़ नाला भर गया, जिससे अखनूर के कई इलाकों में पानी घुस गया और करीब 400 लोग प्रभावित हुए। दरिया चिनाब का जलस्तर खतरे के करीब है, जबकि फत्तू कोटली में 25 लोग पानी में फंसे हुए हैं।चौकी चौरा में रात लगभग 2 बजे अचानक बादल फटने से सुमाह खड़ (नाला) भर गया, जिससे अखनूर के सुमाह, सुंगल, पंगयाडी, रामनगर कॉलोनी और बोमाल क्षेत्र के कई घरों में पानी घुस गया। इस कारण स्थानीय लोगों को भारी नुकसान हुआ है।सुमाह में जेजेएम के तहत बनाए गए ट्यूबवेल की दीवार टूट गई है, जबकि अखनूर से गोपाला और पंगयाडी मुख्यमार्ग को जोड़ने वाली दोनों पुलियां भी टूट गई हैं। इस वजह से पंगयाडी और गोपाला गांव का संपर्क कट गया है, जिससे करीब 400 लोग प्रभावित हुए हैं।वहीं, दरिया चिनाब का जलस्तर सुबह 8 बजे 44 फीट था, जो अब घटकर 42 फीट हो गया है। चिनाब नदी के किनारे स्थित गड़खाल पंचायत के फत्तू कोटली क्षेत्र में फिर से जलमग्नता बढ़ गई है, जहां लगभग 25 लोग फंसे हुए हैं।इसके अलावा, बोमाल, देवीपुर, भोरकैम्प, चक सिकंदर, मैरा और बंधवाल जैसे इलाके चिनाब नदी के किनारे पानी से घिरे हुए हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियां फंसे हुए लोगों की मदद के लिए सक्रिय हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की मांग की है और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। जम्मू-कश्मीर में मौसम का खतरा बरकरार है। गांदरबल के कुल्लान में रविवार देर शाम बादल फटने से नदी-नालों में उफान आ गया। किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार भारी बारिश का रेड अलर्ट अब बुधवार तक बढ़ गया है। दो दिन बाढ़, भूस्खलन और पहाड़ियों से पत्थर गिरने की संभावना है।
विभाग के अनुसार बारिश का जम्मू संभाग के सभी दस जिलों और कश्मीर के दो जिलों अनंतनाग व कुलगाम में में ज्यादा असर दिखेगा। दोनों संभाग में 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। पठानकोट-जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर फिर भूस्खलन होने का खतरा है। विभाग ने मौसम विज्ञान विभाग ने प्रशासन, संबंधित विभागों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
