चंडीगढ़,, 25 अगस्त। रेल यात्रा के दौरान खानपान की शिकायतें लगातार बढ़ रही थीं। कहीं भोजन की गुणवत्ता खराब पाई जाती थी तो कहीं वेंडर यात्रियों से तय मूल्य से अधिक वसूली कर लेते थे। यात्रियों की इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए रेलवे ने अब क्यूआर कोड सिस्टम लागू करने की शुरुआत की है।
जानकारी के मुताबिक जल्द ही ट्रेनों और स्टेशनों पर मिलने वाले भोजन पैकेज पर क्यूआर कोड छपा होगा। यात्री जैसे ही इस कोड को स्कैन करेंगे, उन्हें भोजन की सही कीमत, पैकिंग का समय, बेस किचन का नाम और पैकिंग स्थल जैसी विस्तृत जानकारी तुरंत मिल जाएगी। इससे यात्रियों को पारदर्शिता मिलेगी और वेंडरों की मनमानी पर अंकुश लगेगा। रेलवे ने इस प्रणाली की शुरुआत वंदेभारत एक्सप्रेस में की है। इसके साथ ही कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर भी इसे परीक्षण के तौर पर लागू किया जा चुका है।
खानपान में गड़बड़ी रोकने के लिए रेलवे ने चिह्नित जन आहार केंद्रों पर हाई फ्रिक्वेंसी कैमरे और आधुनिक उपकरण लगाने का निर्णय लिया है। ये कैमरे दिल्ली स्थित कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। यात्री जब क्यूआर कोड स्कैन करेंगे तो ना सिर्फ भोजन का पूरा विवरण देख सकेंगे, बल्कि चाहें तो जन आहार की व्यवस्था को लाइव भी देख पाएंगे। आईआरसीटीसी और रेलवे अफसर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से खानपान व्यवस्था की लगातार निगरानी करेंगे|
