आप विधायक सिद्धू के घर के पास हादसा, हसनपुर में बीते दिनों कुत्तों ने नोंचकर मार डाले थे दो बच्चे, शहरी दहशत में
लुधियाना 7 फरवरी। महानगर लुधियाना और आसपास के इलाकों में आवारा कुत्तों के आतंक से दहशत का माहौल है। शुक्रवार की सुबह शहर के पॉश इलाके साउथ मॉडल ग्राम में खूंखार आवारा कुत्तों ने घर के गेट पर खड़े एक बुजुर्ग कारोबारी की टांग नोंच डाली। यहां काबिलेजिक्र है कि जनवरी महीने में चार दिन के दौरान खूंखार कुत्तों ने दो मासूम बच्चों को नोंच-नोंचकर मार डाला था। अब ताजा हादसे के बाद शहर में दहशत का माहौल बना है।
बुजुर्ग कारोबारी की मासूम पोती बाल-बाल बची :
साउथ मॉडल ग्राम निवासी रुपेश शर्मा ने बताया कि शहर के जगरांव ब्रिज के नीचे उनका ट्रैक्टर पार्टर ट्रेडिंग का कारोबार है। वह आज सुबह यूकेजी में पढ़ने वाली अपनी बेटी को कार में बिठाकर स्कूल छोड़ने के लिए घर के गेट पर खड़े थे। तभी 82 साल के उनके पिता विश्वामित्र शर्मा पोती से मिलने जैसे ही कार के पास आए, तीन-चार आवारा कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। कुत्ते उनकी टांग से कई जगह मांस नोंच ले गए। यह तो शुक्र रहा कि उन्होंने भागकर घर का गेट बंद कर अपनी जान बचाई। जबकि मेरी बेटी चंद मिनट पहले ही कार में बैठ चुकी थी, लिहाजा उसका भी बचाव हो गया। बेटे रुपेश ने फौरन गंभीर घायल पिता को अस्पताल ले जाकर उनका इलाज कराया।
एक साल पहले बहू पर किया था कुत्तों ने हमला
कारोबारी विश्वामित्र के बेटे रुपेश के मुताबिक पिछले साल उनकी पत्नी पर भी आवारा कुत्तों ने हमला किया था। वह भी तब गंभीर रुप से घायल हो गई थीं। दो दिन पहले आवारा कुत्तों ने उन पर हमले का प्रयास किया था। इसी इलाके में रहने वाले संदीप गुप्ता ने रोष जताया कि यहां आवारा कुत्तों के आतंक से जीना हराम हो गया है। गौरतलब है कि दस साल पहले इसी पॉश कालोनी में आवारा कुत्तों ने महताब सिंह के मासूम बेटे अमिजोत का कान नोंच दिया था।
दो सत्ताधारी कौंसलर मिलकर आए जख्मी
कारोबारी से, एडीसी को मांगपत्र भी सौंपा :
बुजुर्ग कारोबारी विश्वामित्र शर्मा वार्ड 72 के निवासी हैं। इलाके के कौंसलर कपिल कुमार सोनू और नजदीकी वार्ड 60 कौंसलर गुरप्रीत सिंह बब्बल ने जानकारी मिलते ही घायल कारोबारी के घर जाकर उनका हालचाल मालूम किया। दोनों ही सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के कौंसलर हैं।
फिर उन्होंने एडीसी रोहित गुप्ता से मुलाकात कर इस बारे में मांगपत्र सौंपा। कौंसलरों के मुताबिक एडीसी ने उनको जल्द इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। यहां काबिलेजिक्र है कि आत्म नगर हल्के के आप विधायक भी आवारा कुत्तों के हमले का शिकार हुए बुजुर्ग कारोबारी के घर के नजदीक ही रहते हैं।
प्रशासन मूकदर्शक बना रहा तो उसके खिलाफ
मोर्चा खोलेंगे सत्ताधारी कौंसलर, अदालत जाएंगे
आप कौंसलर कपिल कुमार सोनू और गुरप्रीत बब्बल ने इस मुद्दे पर ‘यूटर्न टाइम’ से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे दोनों बीते दिनों ही नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचवाल से इसी मुद्दे पर मिले थे। उन्होंने आवारा कुत्तों की नसबंदी और उनके शैल्टर हाउस के मुद्दे पर चर्चा की थी। यहां काबिलेजिक्र है कि लंबे समय से इस मामले में निगम प्रशासन का रवैया उदासीन बना है। दोनों कौंसलरों ने कहा कि यह केवल उनके वार्डों, लुधियाना शहर, पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर की ज्वलंत समस्या है। यदि प्रशासन ने जल्द इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो वे सभी 95 वार्डों के कौंसलरों को पार्टी-राजनीति से ऊपर उठकर लामबंद करेंगे। जरुरत पड़ने पर जनहित में प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। साथ ही अदालत में जनहित याचिका भी दायर करेंगे।
पिछले महीने दो मासूम बच्चों को नोंचकर खा गए थे आदमखोर कुत्ते :
लुधियाना के नजदीक हसनपुर गांव में आदमखोर कुत्तों ने पिछले महीने सात जनवरी को मजदूर के ब10 वर्षीय बेटे अर्जुन को नोंच-नोंचकर मार डाला था। फिर 11 जनवरी को हसनपुर में ही इन आदमखोर कुत्तों ने 11 वर्षीय लड़के हरसुखप्रीत सिंह को नोच-नोच कर मार डाला। पांचवीं कक्षा के छात्र हरसुखप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई। यहां पहले भी बुजुर्ग-बच्चे आवारा कुत्तों के शिकार होते रहे हैं। इसके बाद 16 जनवरी की रात गांव हसनपुर के हरविंदर सिंह बबलू के घर पर आवारा कुत्तों ने हमला किया था। खूंखार कुत्ते उनके घर की करीब आठ फीट ऊंची दीवार फांदकर अंदर घुसे और भैंसों के दो बछड़े मार डाले थे।
पिछले साल ट्रांसपोर्टर की बच्ची नोंच डाली थी आवारा कुत्तों ने :
पिछले साल सितंबर महीने में लुधियाना के राजगढ़ एरिया में घर के बाहर खेल रही ट्रांसपोर्टर की दो वर्षीय बच्ची पर आवारा कुत्ते ने हमला कर दिया था। कुत्ता बच्ची को करीब चार मिनट तक नोचता रहा। बच्ची गंभीर रुप से जख्मी हो गई थी। इसके अलावा आए दिन महानगर और आसपास के इलाकों में खूंखार आवारा कुत्ते रात ही नहीं, दिन में भी लोगों पर अकसर हमले करते रहते हैं।
निगम का एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोजेक्ट चार साल बाद भी अधूरा :
जून, 2021 में पंजाब में कांग्रेस सरकार के मदद से लुधियाना में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या से शहर को निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर शुरू किया था। तत्कालीन मंत्री भारत भूषण आशु ने हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में बनाए इस सेंटर का उद्घाटन किया था। इस मौके पर मेयर बलकार सिंह संधू समेत आला अफसर मौजूद थे। तब दावा किया गया था कि डेढ़ साल में शहर के सभी आवारा कुत्तों की नसबंदी का काम पूरा हो जाएगा। कुछ समय यह प्रोजेक्ट ठप हो गया था। इस सेंटर में रोजाना 100 कुत्तों की नसबंदी कररने उन्हें आजर्वेशन के लिए केंद्र में रखने का दावा किया गया था। यह सेंटर बनाने में 96 लाख रुपये खर्च किए गए थे।
एक साल में लुधियाना के 24 लोगों को काटा था कुत्तों ने :
पिछले साल अप्रैल महीने में जारी आंकड़ों के मुताबिक एक साल में लुधियाना में कुत्तों के काटने के 24 मामले सामने आए थे। सुधार सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ.दविंदर के मुताबिक आवारा कुत्तों को बिस्कुट व अन्य मीठी चीजें खिलाने से उनमें डायबिटीक की समस्या पैदा होने से वे आक्रमक हो जाते हैं। लुधियाना के हैबोवाल निवासी गौरव खन्ना का तर्क है कि नसबंदी करने के बाद छोड़ दिए गए आवारा कुत्ते आक्रमक होकर लोगों पर हमला करते हैं। लिहाजा उनको शैल्टर होम में रखा जाना चाहिए।
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