* इस पहल का उद्देश्य खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं को नशे से दूर रखना
* खेलों की उपेक्षा करने और नशे को बढ़ावा देने के लिए पिछली सरकारों की आढ़े हाथों लिया
चंडीगढ़, 13 जुलाई : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही पूरे पंजाब में 13,000 अत्याधुनिक स्टेडियमों का निर्माण शुरू करेगी, जिनमें से पहले चरण के तहत 3,083 स्टेडियमों का निर्माण कार्य पहले ही चल रहा है।
अपने सरकारी आवास पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कहावत सभी जानते हैं कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है, इसलिए राज्य सरकार द्वारा पंजाब के युवाओं की असीम ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए खेलों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका उद्देश्य राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और युवाओं को नशे की लत से दूर रखना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये स्टेडियम पूरे राज्य में, खासकर गांव स्तर पर खेल भावना को प्रोत्साहित करने में अधिक सहायक होंगे।
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों ने खेल के बुनियादी ढांचे के विकास या युवाओं के रोजगार पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके परिणामस्वरूप पूरे राज्य में नशे का कारोबार बिना किसी रोक-टोक के इतने बड़े पैमाने पर फैल गया और पंजाब के कई युवा नशे के आदी हो गए। भगवंत सिंह मान ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई नशा विरोधी मुहिम के कारण राज्य की स्थिति अब दिन-ब-दिन बदल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ दिया गया है और नशे के आदी अधिकांश युवा नशा छोड़ने और पुनर्वास के लिए इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मुहिम का उद्देश्य पंजाब के युवाओं को नशे के दलदल से निकालकर उन्हें राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में भागीदार बनाना है। भगवंत सिंह मान ने नशे के नेटवर्क को खत्म करने में शानदार कार्य के लिए पंजाब पुलिस की जमकर सराहना की और कहा कि पिछली सरकारें इस समस्या को गंभीरता से हल करने में पूरी तरह विफल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि युवाओं को खेलों से जोड़ने और उन्हें नशे से दूर रखने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब के प्रत्येक गांव में आधुनिक खेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक ऐतिहासिक मिशन शुरू किया है। भगवंत सिंह मान ने घोषणा की कि लगभग 13,000 गांवों को उच्च-स्तरीय खेल मैदानों से लैस किया जाएगा और इस परियोजना के पहले चरण के तहत पहले ही 3,083 स्टेडियमों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर और विश्व स्तरीय खेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले होनहार खिलाड़ियों को इन नई सुविधाओं में उभरते खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए कोच के रूप में नियुक्त किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने पुष्टि की कि पंजाब सरकार राज्य की खोई हुई शान को बहाल करने के अपने प्रयासों में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य है, जिसने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से पहले तैयारियों के लिए वित्तीय सहायता की पेशकश की है, जिसके पहले ही सकारात्मक परिणाम सामने आ चुके हैं। अपनी सरकार द्वारा खेलों को प्रमुख प्राथमिकता देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में मजबूत खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनुभवी खिलाड़ियों की विशेषज्ञता का पूरा उपयोग किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद पंजाब ने हरभजन सिंह, शुभमन गिल, अर्शदीप सिंह और अन्य सितारे पैदा किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसा माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां ऐसी और प्रतिभाएं फल-फूल सकें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पहल “रंगला पंजाब” – एक जीवंत, प्रगतिशील पंजाब बनाने के लिए एक प्रेरक के रूप में काम करेगी। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि यह राज्य के व्यापक विकास और इसके लोगों की खुशहाली के लिए बेहद जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भले ही पिछली सरकारों ने खेल के बुनियादी ढांचे की पूरी तरह उपेक्षा की, फिर भी कई खिलाड़ी अपनी व्यक्तिगत दृढ़ता और मेहनत से नाम कमाने में सफल रहे। खेल प्रेमी और राज्य के मुखिया होने के नाते उन्होंने राज्य के युवाओं को नशे से दूर रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम मिलेंगे, जिससे पंजाब के युवा हर क्षेत्र में राज्य का नाम रोशन करेंगे।