चंडीगढ़, 8 अगस्त-
नशा मुक्त भारत अभियान की पांचवीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में 13 अगस्त को पंचकूला में एक राज्य-स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा। उसी दिन, स्कूल और कॉलेज के छात्रों को जिला स्तर पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सामूहिक प्रतिज्ञा भी दिलाई जाएगी।
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में हुई नशा मुक्त भारत अभियान की समीक्षा बैठक में दी गई। श्री रस्तोगी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य प्रतिज्ञाओं, शैक्षिक गतिविधियों और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से नागरिकों को नशीली दवाओं की लत के खिलाफ एक जन आंदोलन का निर्माण करना है।
समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रहा है, जो राज्य और जिला, दोनों स्तरों पर अभियान चला रहा है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के मकसद से, एक अगस्त से शुरू हुए इस अभियान में नाकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, युवा मामले विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला और बाल विकास, पंचायती राज संस्थान और शहरी स्थानीय निकायों सहित कई विभाग और संस्थान शामिल हैं।
सेवा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा ने बताया कि इस अभियान के हिस्से के रूप में विभिन्न प्रकार की सार्वजनिक गतिविधियाँ शुरू की जा रही हैं। इनमें प्रतिज्ञा समारोह, रैलियां, जागरूकता सेमिनार, नुक्कड़ नाटक, वॉकथॉन, योग सत्र के अलावा निबंध लेखन, स्लोगन क्राफ्टिंग, पोस्टर डिजाइन और रंगोली बनाने जैसी रचनात्मक प्रतियोगिताएं शामिल हैं। यह अभियान स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों, युवा स्वयंसेवकों, सरकारी कर्मचारियों और आम जनता को प्रदेश में नशीली दवाओं की लत के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भागीदार बनाने पर केंद्रित है।
ऑनलाइन प्रतिज्ञा आधिकारिक एनएमबीए पोर्टल के माध्यम से ली जा सकती है। इसके लिए मुख्य रूप से पुलिस थानों, शैक्षणिक संस्थानों, बस अड्डों और पूजा स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। स्कूल सभाओं, जागरूकता रैलियों और अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों के दौरान मुद्रित प्रतिज्ञा के माध्यम से ऑफलाइन भागीदारी भी की जा सकती है।