लुधियाना अप्रैल 21 – अध्यापकों के शिक्षण कौशल को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई) ने डी.सी.एम.यस स्कूल के साथ एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों के क्षमता कौशल को बढ़ाना था। इस कार्यशाला ने विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों को शिक्षण की नई-नई तकनीकों व कौशल सीखने का सुअवसर प्रदान किया। कार्यशाला में आधुनिक शिक्षाशास्त्र और नवीन शिक्षण तकनीकों पर बल दिया गया, जिससे विद्यार्थी अदयपकों द्वारा कक्षा में पढ़ाए पाठ्यक्रम को सरलता से समझ सकें।कार्यशाला में गुरु नानक पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल गुरभेज सिंह नेगी और डी.सी.एम.प्रेसीडेंसी स्कूल, लुधियाना की प्रिंसिपल रजनी कालरा जैसे कुशल वक्ता मौजूद थे। उनके विचारों से कार्यशाला में मौजूद सभी शिक्षकों ने स्वयं को लाभान्वित किया ।डी.सी.एम.यस स्कूल की डीन आरती सिंह सरदाना ने वक्ताओं की बात का समर्थन करते हुए कहा कि हम अपने शिक्षकों के कौशल को बढ़ाने और नवीनतम तकनीकों से अवगत रहने के अवसर प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पैनल चर्चाएं और 21वीं सदी के शिक्षण से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला थी। इस आयोजन ने शिक्षकों को नेटवर्क बनाने, विचारों का आदान-प्रदान करने और व्यावहारिक योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया, जिन्हें उनकी अपनी कक्षाओं में लागू किया जा सकता है।कार्यशाला की सफलता देश भर में शैक्षिक मापदण्डों को ऊंचा उठाने के लिए सी.बी.एस.ई की सकारात्मक पहल है।
सी.बी.एस.ई और डी.सी.एम.यस स्कूल द्वारा शिक्षण कौशल को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन
Janhetaishi
👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं