सूबे के बॉर्ड एरिया के थाने-चौकियां आतंकियों के रडार पर होने के बाद से पुलिस प्रशासन अलर्ट
चंडीगढ़ 27 जनवरी। पंजाब में बॉर्डर एरिया में पड़ने वाले पुलिस थानों पर हो रहे हमलों के बाद पंजाब पुलिस ने ‘थिंक टैंक’ स्ट्रेटजी बनाई है। इसके लिए 78 थानों और चौकी को आइडेंटिफाई किया गया है।
जानकारी के मुताबिक इन सभी थानों की चारदीवारी की जाएगी। साथ ही ऊपर कंटीले तार भी लगाए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक जो बिल्डिंग सुरक्षित नहीं है, उन्हें गिराया जाएगा, ताकि इन्हें कोई नुकसान ना पहुंचा पाए। यह सारा काम 4 महीने में पूरा होगा। इस महीने से ही काम शुरू हो जाएगा। दरअसल, नवंबर और दिसंबर महीने में पंजाब के अमृतसर, गुरदासपुर, नवांशहर के पुलिस थाने और चौकी में ब्लास्ट हुए थे। जिसके बाद पुलिस मुस्तैद हो गई है।
पुलिस स्टेशनों पर हमले के बाद पुलिस ने सरकारी इमारतों व थानों की सुरक्षा में थोड़ा बदलाव किया है। सभी पुलिस थानों में अस्थाई जाली व हरे रंग की चादर लगाई गई है, ताकि बाहर से यदि कोई चीज फेंके तो अंदर न पहुंच पाए। रात के समय पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। डीएस स्तर के अधिकारी को जिम्मा सौंपा गया है, ताकि रात को विशेष चेकिंग की जाए।
इसके अलावा सीनियर अफसर भी फिल्ड में एक्टिव हैं। पुलिस व लोगों का तालमेल बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है, ताकि उन तक तुरंत सूचना पहुंच जाए। बार्डर एरिया के सभी थानों के एसएचओ को मॉडर्न गाड़ियां दी गई हैं। डीजीपी गौरव यादव ने कुछ दिन पहले पंजाब का दौरा किया। गवर्नर पंजाब गुलाब चंद कटारिया भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान माहौल बिगाड़ने में लगा है।
पंजाब पुलिस का कहना है कि कई साल से पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, आतंकी अभी तक कामयाब नहीं हो पाए। इतना जरूर है कि अब वह बाहरी आदमी भेजने की अपेक्षा हमारे ही देश के युवाओं का सहारा ले रहे हैं। यहां बता दें कि 2 जनवरी, 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला हुआ था। इसमें दो सेना के जवानों समेत 5 लोग शहीद हुए थे। तब आतंकी पाकिस्तान से आए थे। इसके बाद 9 मई 2022 मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर ग्रेनेड से हमला हुआ। इसमें जानी नुकसान नहीं हुआ। इसके बाद दिसंबर 2022 में सहराली थाने पर ग्रेनेड अटैक हुआ था, इसमें बचाव हो गया था। इन मामलों की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी कर रही है।
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