watch-tv

सोनीपत : कविता-राजीव जैन आज नहीं ले पाए फैसला

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

भाजपा को दिया 10 सितंबर तक का अल्टीमेटम

सोनीपत 8 सितंबर। विधानसभा सीट सोनीपत से भाजपा का टिकट ना मिलने से नाराज कविता व राजीव जैन के सुर बागी हो गए। उन्होंने पार्टी आलाकमान को 10 सितंबर का एक और मौका दिया है।

जानकारी के मुताबिक यहां रविवार को वर्करों की मीटिंग में राजीव जैन ने कहा कि हमारी नाराजगी कविता या राजीव जैन को टिकट मिलने की नहीं बल्कि भाजपा के किसी वर्कर की बजाए बाहरी नेता को टिकट देने पर है। उन्होंने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बना रहे हैं। उनसे चर्चा करेंगे और 10 सितंबर तक भाजपा के फैसले का इंतजार करेंगे। यहां बता दें कि भाजपा ने सोनीपत के मेयर निखिल मदान को टिकट दी है। वे दो महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद दो बार यहां चुनाव जीत चुकी कविता जैन व उसके समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया था। कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए थे।

राजीव जैन व कविता जैन ने आगामी फैसले के लिए आज मुरथल रोड स्थित रॉयल कैसल गार्डन में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। जैन ने भाजपा और स्थानीय लोगों के लिए किए संघर्ष संघर्ष की याद दिलाई। उन्होंने वर्करों को बताया कि पार्टी ने उनको बुलाया था, आश्वासन दिया है। वे अब पार्टी को 10 सितंबर तक का समय देते हैं। इसके बाद टिकट ना मिलने पर आगामी कदम पर राजीव जैन ने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बनाकर उनसे चर्चा करेंगे। वो जो भी सुझाव देंगे, उनसे कार्यकर्ताओं को अवगत करा कर आगे का फैसला लेंगे। सोनीपत में दो बार भाजपा की विधायक एवं मंत्री रही कविता जैन ने कहा कि आज हम एक ऐसे उम्मीदवार के लिए खड़े होकर वोट नहीं मांग सकते हैं, जो हमारे राष्ट्र के भविष्य और युवाओं का भविष्य खराब करने का काम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि किसकी कैसी वीडियो सामने आई थी। वो वीडियो सभी शहरवासियों के पास है।

उन्होंने कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेता ललित बत्रा थे, तरूण देवीदास थे, पूर्व मंत्री अनिल ठक्कर थे, इनमें से किसी को टिकट दे देते तो पार्टी में कोई विरोध नहीं होता। वो भी हमारे कार्यकर्ता हैं। ये ठीक है कि भाजपा ने उनको तीन बार टिकट दी है, लेकिन वे कहना चाहेंगे कि उस समय भाजपा की टिकट लेने के लिए कोई तैयार नहीं था। तब हमने भाजपा की पतवार को थामा था। सोनीपत सीट जीत कर उनकी झोली में डाली। उस समय सोनीपत जिले के 6 हलकों में से भाजपा केवल सोनीपत में जीती थी।

—————-

Leave a Comment