सबसे प्रदूषित बठिंडा, नवंबर में परेशान करेगा स्मॉग !
चंडीगढ़ 15 अक्टूबर। पंजाब में लगातार चार दिन रिकॉर्ड पराली जलने के बाद सोमवार को तो राहत रही थी। हालांकि बीते दो साल की तुलना में कोई ज्यादा अंतर दर्ज नहीं किया गया।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को पराली जलाने के 68 नए मामले सामने आए थे। जबकि पिछले सालों में इसी दिन 2022 में 82 और साल 2023 में पराली जलाने के 89 मामले हुए थे। पराली के लगातार जलने से पंजाब के विभिन्न शहरों के एक्यूआई में फिलहाल सुधार होता नजर नहीं आ रहा। बठिंडा का सबसे अधिक 172 एक्यूआई दर्ज किया गया। इसके अलावा मंडी गोबिंदगढ़ का 144, पटियाला का 118, लुधियाना का 99, खन्ना का 98. जालंधर का 81 दर्ज किया गया।
बता दें कि पिछले चार दिनों से पंजाब में लगातार बीते दो सालों के मुकाबले पराली जलाने के ज्यादा मामले हो रहे थे। 10 अक्तूबर को पंजाब में पराली जलाने के 123, 11 को 143, 12 को 177 और 13 अक्तूबर को 162 मामले हुए थे।
पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के 68 नए मामले हुए। इससे अब कुल गिनती बढ़कर 940 हो गई है। वहीं इस समय अवधि यानि 15 सितंबर से लेकर अब तक साल 2022 में पराली जलाने के कुल 1069 मामले हो गए थे। जबकि साल 2023 में 1319 मामले सामने आ गए थे।
चिंताजनक पहलू है कि सोमवार को सबसे अधिक 18 मामले जिला अमृतसर में हुए। साथ ही जिला तरनतारन में 14, पटियाला में 13, संगरूर में सात, फतेहगढ़ साहिब, गुरदासपुर, कपूरथला, एसएएस नगर व मालेरकोटला में पराली जलाने के 2-2 मामले और फिरोजपुर में तीन व फाजिल्का, बरनाला व लुधियाना में 1-1 मामला हुआ। पंजाब में पराली जलाने के मामलों की 30 नवंबर तक मॉनिटरिंग की जानी है। ऐसे में आशंका है कि नवंबर के पहले सप्ताह से स्मॉग परेशान कर सकती है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के डायरेक्टर सुरिंदर पाल के मुताबिक अक्तूबर के अंत में या फिर नवंबर की शुरुआत से रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाने लगेगी।
पारे में गिरावट व साथ में पराली जलने की घटनाएं होने से स्मॉग बनेगी, जिससे सुबह के समय दृश्यता पर असर पड़ सकता है। फिलहाल अगले सात से आठ दिन मौसम में कोई प्रमुख बदलाव दर्ज नहीं किया जाएगा। दिन में धूप खिलेगी और सुबह व शाम को हल्की ठंडक रहेगी। दिन के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जाएगी।
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