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सिडबी ने अपनी योजनाओं के बारे में एमएसएमई को किया अवेयर

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कारोबारियों को केंद्र और राज्य सरकार की स्कीमों के बारे में जानकारी देना था असली मकसद : बलबीर

लुधियाना 24 अक्टूबर। स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया यानि सिडबी की ओर से औद्योगिक नगरी लुधियाना में एक इंट्रेक्शन प्रोग्राम रखा गया। जिसमें कारोबारियों को इस सरकारी संस्था की नई योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

इसे लेकर यूटर्न टाइम से खास बातचीत में सिडबी के प्रमुख बलबीर सिंह ने बताया कि यह इंट्रेक्शन सेशन के तौर पर कलस्टर-स्पेसिफिक कार्यक्रम था। भारत सरकार ने इस बार अपने बजट में जो घोषणाएं की थीं, उनके बारे में कारोबारियों को जानकारी देना मुख्य मकसद था। ताकि उनको पता लग सके कि एमएसएमआई के लिए बजट में क्या-क्या पहल की गई हैं। साथ ही कारोबारियों को यह भी समझाना मकसद था कि सिडबी हमेशा एमएसएमई के उत्थान के लिए किस तरह तत्पर रहती है। ताकि उद्योग-जगत को मालूम हो सके कि केंद्र और पंजाब सरकार के अलावा सिडबी की क्या नई योजनाएं हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल एमएसएमई की कई योजनाओं के बारे कारोबारियों को पता नहीं होता है। इस प्रोग्राम में एमएसएमई की डायरेक्ट मैडम इशिता के जरिए उनको विस्तार से इनके बारे में जानकारी हासिल हुई। इसी तरह इंडस्ट्री विभाग के डीजीएम राकेश कांसल ने भी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।

सिडबी भारत सरकार की संस्था है। उसने अभी जीएसटी सहाय स्कीम शुरु की है। जिसमें लोन प्रोसेसिंग का पूरा सिस्टम डिजिटल है। बिना कुछ गिरवी रखे 25 लाख तक का लोन देते हैं। अब पहले की तरह कारोबारियों को लोन लेने में जरुरी प्रक्रिया पूरी करने पर कोई दिक्कत नहीं आती है। अभी प्रोपराइटर और पार्टनरशिप के लिए शुरु किया है। इसे बाद में प्राइवेट कंपनियों के लिए भी चालू किया जाएगा।

सिडबी ने जिम्मेदार संस्था होने के नाते ग्रीन-एनवायरमेंट को बढ़ावा देने के लिए सोलर स्कीम और फैक्ट्रियों में कम बिजली खपत करने वाली स्कीम शुरु की हैं। ब्याज दर भी इसमें काफी कम है।

इसे लेकर कांसल ने बताया कि ग्रीन स्टैंप पेपर को तवज्जो दी गई। कारोबारियों से इस बारे में खासतौर पर अपील की गई। उन्होंने कारोबारियों से अपील की कि कोई प्रोजेक्ट शुरु करने के लिए उसकी पुख्ता तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने माना कि इस कार्यक्रम के जरिए ही उनको पता चला कि 25 फीसदी एफडी के एवज में सौ फीसदी लोन लिया जा सकता है। इसे लेकर सीआईसीयू से जुड़े वरिष्ठ उद्यमी अर्शप्रीत साहनी ने कहा कि इस कार्यक्रम से महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। साथ ही जोर देकर कहा कि उद्यमी वास्तव में सिडबी की योजनाओं से संतुष्ट नजर आए हैं।

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