पिछली बार अमरनाथ यात्रा की व्यवस्था का हवाला दिया सेबलो के ओहदेदारों ने
लुधियाना 26 जुलाई। श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर्स ऑर्गेनाइेजशन यानि सेबलो ने भंडारों की रोकी गई एनओसी जल्द जारी करने की मांग की। सेबलो के अध्यक्ष राजन गुप्ता और महासचिव एचके चुघ ने कहा कि उन भंडारों को एनओसी जारी की जाए, जिन्हें पिछली अमरनाथ यात्रा में 30 दिनों के बाद रोककर रखा गया था। पिछले साल यात्रा में 64 भंडारों में 30 दिन पूरा होने के बाद एनओसी जारी कर उन्हें छोड़ दिया गया था। सेबलो के वित्त सचिव विजय मेहरा ने मांग की कि लंगर संगठनों को एनओसी जारी करने में किसी भी भंडारा संगठन/एनजीओ के साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव नहीं किए जाएं।
सेबलो के ओहदेदारों ने बताया कि इस बारे में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड को पत्र लिखा गया है। जिसकी प्रतिलिपियां मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एलजी को भी भेजी गई हैं। उनको अवगत कराया गया कि संगठन पहले ही इस तरह के भेदभावपूर्ण तरीके से उत्पन्न अपनी चिंताओं को उठा चुका है। जिसमें लंगर संगठनों को संभवतः एक व्यक्ति के इशारे पर और उसको खुश करने के लिए मंजूरी दी गई थी। हमने अपने पत्र में तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने के बारे में पहले ही अवगत करा दिया। यह भी अनुरोध किया कि 30 दिन पूरे होने के बाद यानी 28 जुलाई को लगभग 60% भंडारों को मुक्त किया जाए।
सेबलो की यह मांग भी है कि इस वर्ष लंगरों को मुक्त करते समय, स्वेच्छा से यात्रा की पूरी अवधि के लिए चुने गए लंगरों और पिछले वर्ष रखे गए लंगरों के अलावा अन्य लंगरों को समानता और प्राकृतिक न्याय के हित में पहली बार यानी 30 दिन पूरे होने पर बनाए रखा जाना चाहिए। इसी तरह भविष्य के लिए एक उचित मानदंड/नीति तैयार की जानी चाहिए जो कि रोटेशन के आधार पर समानता, प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत पर आधारित होनी चाहिए।