राहुल मिश्रा संवाददाता
बिसवां/सीतापुर 25 April : कस्बे के मोहल्ला कैथी टोला निवासी केदारी लाल का मकान करीब 60 वर्ष पुराना है। जिसके कोने में एक मंदिर बना हुआ है। अपने पुराने भवन की चौहद्दी का नव निर्माण कराने के लिए कार्य शूरु किया।तो आपराधिक साजिश और रंगदारी में संलिप्त दबंगों को रंगदारी न मिलने पर मंदिर का मुद्दा बनाकर फर्जी शिकायत की। तो कार्य रुकवा दिया गया था परेशान होने के बाद जब किसी तरफ से न्याय न मिला तो भारतीय किसान यूनियन (श्रमिक जनशक्ति ) अराजनैतिक का दरवाजा खटखटाया भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एन सी “आर्य” ने मामले को संज्ञान में लेकर अधिकारियों से वार्ता की सच्चाई जानने के बाद नगर पालिका,और राजस्व विभाग ने अपने हाथों को ढीला किया। बता दें की करीब 60 वर्षीय पुराने मकान की दीवारें जर जर हो जाने के कारण बाहर की चौहद्दी का नवीनीकरण करा रहे थे। मकान के परिसर में एक अपना मंदिर बनवा रखा है जिसमे पूरा मोहल्ला पूजा अर्चना करता है।मंदिर में कोई निर्माण कार्य नहीं कर रहा था। उक्त दबंग अवैध वसूली करना चाहते थे लेकिन समय रहते ही भारतीय किसान यूनियन (श्रमिक जनशक्ति) अराजनैतिक मामले को संज्ञान में लेकर पीड़ित को न्याय दिलाया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने मोहल्ला कैथी टोला और थवाई टोला निवासी आशीष कुमार पुत्र देवेंद्र कुमार,राहुल पुत्र सोम दत्त,अमन कुमार पुत्र प्रभात कुमार,अनूप कुमार पुत्र हरिश्चंद्र,अजय कुमार पुत्र राजकिशोर,निशांत, आमोद और अरुण कुमार आदि के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। खबर लगते ही खालिद खां प्रदेश भारी दल बल के साथ पहुंच कर मौके पर जाकर प्रकरण को संज्ञान में लेकर अधिकारियों से वार्ता की अधिकारियों ने अपने अपने हाथ पीछे खींच लिए। पीड़ित केदारी लाल ने संगठन का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर एन सी “आर्य” राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,प्रदेश महासचिव, मंडल उपाध्यक्ष युवा,प्रशांत दीक्षित जिलाध्यक्ष हरदोई, जिला महासचिव, नगर अध्यक्ष, नगर उपाध्यक्ष,जिला मीडिया प्रभारी,राजेश्वरी व अन्य सदस्य,का.जिलाध्यक्ष,सौरव गुप्ता,सहित सैकड़ों पदाधिकारी मौजूद रहे।तहसीलदार बिसवां द्वारा जबरन बिना किसी लिखित आदेश व परमिशन के घर में जबरन विपक्षी पार्टी के साथ घुसकर जाँच पड़ताल की गई, आदेश देने से मना कर दिया है और कोई भी जानकारी व नियम प्राविधान के बारे में भी नही बताया, अगले दिन फिर पुनः जबरन बिना किसी सहमति व आदेश के तहसीलदार बिसवां के मौखिक निर्देश पर नगर पालिका बिसवां के दो कर निरीक्षक आर आई व तहसील कर्मियों से जाँच पड़ताल नाप जोख घर के अंदर बाहर करवाई गई, यह सारा खेल उमाशंकर तहसीलदार बिसवां के इशारे पर किया जा रहा है, आखिर क्या कारण है? कि नियम प्राविधानों की व माननीय न्यायालय के क्षेत्राधिकार की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, विगत एक माह से केदारी लाल का पूरा परिवार मय छोटे छोटे बच्चे दहशत में भयभीत आतंकित है, विभागीय पद एवं शक्तियों के दुरप्रयोग की जाँच पड़ताल उच्च स्तरीय न्यायिक समिति ज्यूडिशियल कार्यवाही होनी चाहिये, ऐसी मांग केदारी लाल वर्मा व पीड़ित परिवार ने की है, नोट यदि *उपरोक्त न्यूज़ से संबंधित कोई तथ्य, प्रमाण ,अभिलेख व अन्य साक्ष्यों की आवश्यकता हो तो न्याय पाने के लिए दादर की ठोकरे खा रहा है शासन प्रशा धज्जियां उड़ा रहा है क्या जिलाधिकारी महोदय जी के न्याय दिला पाएंगे अब आगे देखना है