अबोहर 1 नवंबर। पंजाब में चाहे कोई भी सरकार रही हो, लेकिन अबोहर के सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की कमी दूर नहीं कर पाई। ढाई साल से आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसके बावजूद सरकारी अस्पताल में दो मुख्य डाक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पाई। जिस कारण लोगों को प्राइवेट डाक्टरों के पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज अरुण नारंग व विधायक संदीप जाखड़ का दावा है कि वह कई बार यह मुद्दा स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठा चुके हैं, लेकिन हर बार भरोसा मिला, डाक्टर नहीं। मौजूद समय की बात करें तो यहां पिछले करीब एक साल से अधिक से बाल रोग विशेषज्ञ का पद खाली है। जिस कारण शहर के अलावा आसपास के गांवों के आने वाले लोगों को प्राइवेट डाक्टरों के पास ही जाना पड़ता है। डा. साहिब राम के बाद से यहां पर चाइल्ड स्पेशलिस्ट की तैनाती नहीं हो सकी है।
गायनी स्पेशलिस्ट का पद लंबे समय से खाली
सरकारी अस्पताल में गायनी स्पेशलिस्ट का पद भी लंबे समय से खाली पड़ा है। हालांकि यहां हर महीने 250 से 300 मरीजों की डिलीवरी होती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को अपना इलाज करवाने व समय-समय पर चेकअप करवाने के लिए प्राइवेट डाक्टरों का ही सहारा लेना पड़ रहा है। सरकारी अस्पताल में ब्लड बैंक की इंचार्ज व लेब इंचार्ज महिला डाक्टर यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं का चेकअप करती हैं। अगर गर्भवती महिला का सिजेरियन होना हो या फिर बच्चेदानी का आपरेशन वगैरह तो वह यहां नहीं हो पाता और ऐसी महिलाओं को रेफर किया जाता है।