9 अक्टूबर — जालंधर जिले के फिल्लौर थाना प्रभारी पर एक प्रवासी महिला ने 14 वर्षीय बेटी से छेड़छाड़ के आरोप लगाए है। महिला का आरोप है कि जब वह अपनी बेटी के साथ रेप की शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने पहुंची तो एसएचओ ने उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की।
लोक इंसाफ मंच के सदस्यों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में एसएचओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंच के नेताओं ने कहा कि यदि एसएचओ को निलंबित नहीं किया गया तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। महिला के पति ने बताया कि उनकी बेटी के साथ 18 वर्षीय युवक रोशन कुमार ने 23-24 अगस्त की रात को रेप किया था। जब वे इलाज के लिए सिविल अस्पताल फिल्लौर पहुंचे, तो डॉक्टरों ने कहा कि पहले पुलिस केस दर्ज करवाना होगा। इसके बाद वे थाना प्रभारी भूषण कुमार के पास पहुंचे, लेकिन एसएचओ ने कहा कि रेप नहीं हुआ है और मेडिकल कराने से मना कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि एसएचओ ने कई बार महिला और उसकी बेटी को अकेले बुलाया और गलत व्यवहार किया। करीब एक महीने तक केस दर्ज नहीं किया गया। लोक इंसाफ मंच के अध्यक्ष जरनैल फिल्लौर ने बताया कि मामले की शिकायत एसएसपी को दी गई, जिसके बाद एसएचओ का तबादला कर दिया गया है। उन्होंने मांग की कि एसएचओ को बर्खास्त किया जाए, नहीं तो आंदोलन तेज किया जाएगा। वहीं इस मामले को लेकर डीएसपी सरवन सिंह बल ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है। एसएचओ का तबादला किया जा चुका है। एसएचओ ने कहा कि यह सभी आरोप झूठे है।
