सरकार की दुखती रग पर नमक छिड़क रहे हैं शिवपाल सिंह यादव

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बीजेपी पिछले 8 वर्षों में गंगा को साफ नहीं कर पायी

​जनहितैषी — 25 फरवरी, लखनउ । शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि सीएम योगी और उनका मंत्रीमंडल यूपी की जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है। उन्होने कहा कि एनजीटी की रिपोर्ट देखिए यह तो केंद्र सरकार को चैलेंज कर रही है। एनजीटी की रिपोर्ट कह रही है गंगा मैली है। गंगा के पानी मे ऐसे ऐसे कीटाणु है जो बीमार बना सकते है। उन्होंने कहा कि यह लोग 8 सालों में यह गंगा को साफ नही कर पाए। इनका काम केवल गुमराह करना है । शिवपाल यही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि आस्था और व्यवस्था का समन्वय नही है। मैंने पहले भी कहा था यह समन्वय बैठा ले।

उन्होंने कहा कि गंगा को देखकर और उससी जुड़ी रिपोर्ट को पढ़कर तो यही बात साबित हो रही है कि मोदी सरकार के 8 सालों के कार्यकाल में गंगा की न तो तस्वीर बदली और ना ही तकदीर। केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 से अब तक गंगा की सफाई पर 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर दिए हैं। इस राशि में से सबसे ज्यादा खर्च बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश में हुआ है।

रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र की मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2014-15 से 31 अक्टूबर, 2022 तक एनएमसीजी को कुल 13,709.72 करोड़ रुपये जारी किए। इस राशि का ज्यादातर हिस्सा यानी 13,046.81 करोड़ रुपये एनएमसीजी द्वारा खर्च किया गया। इसमें से 4,205.41 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश को आवंटित किया गया, जो अन्य राज्यों में सबसे ज्यादा है। गंगा की 2,525 किलोमीटर लंबाई का करीब 1,100 किलोमीटर यूपी में ही आता है। केंद्र सरकार ने जून 2014 में 20,000 करोड़ रुपये के कुल बजटीय परिव्यय के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम शुरू किया था। नमामि गंगे परियोजना दुनिया की 10 प्रमुख पहल में शामिल है।

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