विधायक बनने के बाद अपने क्षेत्र में किया वादा नहीं कर सके पूरा पप्पी पाराशर
चरणजीत सिंह चन्न
जगराओं, 22 मई :- राजनीति में जिस नेता का कद जितना बड़ा होता है, वह उतने ही बड़े झूठे दावे और वादे करता है जो कभी वफा नहीं होते। अब लोग यह समझने लगे हैं कि ये केवल चुनावी दावे और वादे वोट मिलने के बाद हवा में धुआं बनकर गुल जाते हैं।
अगर बात करें लुधियाना से विधायक अशोक पराशर पप्पी की तो उन्होंने विधायक बनने के बाद भी ना वफा होने वाला वादा कर दिया।
स्कूल की जमीन हड़पने की फिराक में है भू माफिया:-अशोक पप्पी के एरिया, लुधियाना 2 के ऐ ब्लॉक में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल है, स्कूल के पास 50-60 करोड़ की जमीन है, जिस पर भू-माफिया की नजर है, भू-माफिया ने जमीन हड़पने के लिए माननीय अदालत में केस दायर कर रखा है। भू माफिया ने ही स्कूल की एक दीवार पर प्रकाशित किया हुआ है चल रहे अदालती केस के बारे में
उसे वक्त के विधायक शाहपुरिया ने क्या कहा था:-पप्पी के विधायक बनने के बाद इस स्कूल वाली जमीन के ताजपुर रोड पर आयोजित एक चुनावी सभा के दौरान पप्पी शाहपुरिये की दबंग गिरी को जानने वाले स्कूल के सभी शिक्षकों ने अपनी बातें विधायक के समक्ष रखीं और कहा कि इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य का सवाल है, आप मदद कर सकते हो तो स्कूल को बचा लो। तो पप्पी शाहपुरिया से अशोक पाराशर पप्पी बने विधायक ने सभा में ऊंची आवाज में कहा कि मैं पप्पी शाहपुरिया हूं, मुझे पता है कि भूमाफियाओं को कैसे सीधा करना है और मैं ही उन्हें मैं ही सीधा करूंगा।
अब क्या कहना है लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे अशोक पाराशर पप्पी का:- लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे पप्पी से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि हां मैंने वादा किया था लेकिन केस चल रहा है तो 19 साल हो गए आपने वादा कैसे कर दिया, उन्होंने कहा कि केस के फैसले के बाद ही कुछ होगा। जब स्कूल की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर के बारे में बात की गयी तो उन्होंने कहा कि आप किस जमीन की बात कर रहे हैं, कौन सी जमीन है और कौन सा स्कूल है, कहां है, आकर बताइये।
क्या कहते हैं उस वक्त वक्त के ब्लॉक प्राइमरी अधिकारी का:- उन्होंने कहा कि यह स्कूल 1929 में बना था और इसका केस पिछले 19 साल से चल रहा है, जबकि पिछले आठ-नौ साल से मुझे कोर्ट की कोई तारीख नहीं मिली है। इस मामले में अभी तक स्कूल की ओर से केस लड़ने वाले वकील का नाम पता नहीं चल पाया है। याचिका दायर करने वाली मित्र सभा का गठन स्कूल बनने से कई वर्ष बाद हुआ फिर मित्र सभा कैसे हो सकती है स्कूल की जमीन की मालिक। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस स्कूल की जमीन हड़पना चाहते हैं, वे राजनीतिक रूप से काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं, जैसे उन्होंने अपने प्रभाव से पिछली सरकारों को खुश रखा था, शायद इस सरकार को भी खुश कर दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के नारे पर सरकार बनाई थी, लेकिन उन्हें लगता है कि जो सरकार सरकारी स्कूल को नहीं बचा सकती उसके सांसदों और विधायकों से क्या उम्मीद की जा सकती है।