अमृतसर 8 अक्टूबर। अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने जम्मू में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पांच पवित्र स्वरूपों को पेट्रोल डालकर आग लगाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली है, बल्कि पूरे समाज के लिए शर्मनाक भी है। धामी ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि ऐसे समय में जब जम्मू से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहादत शताब्दी के संबंध में नगर कीर्तन और स्मृति समारोहों को लेकर सरकारों से बातचीत चल रही है, उसी प्रदेश में इतनी घिनौनी घटना घटित हुई है।
केंद्र और प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच तथा कड़ी सजा की मांग
एसजीपीसी प्रधान ने केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून में संशोधन कर सख्त सजाओं का प्रावधान किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके। प्रधान धामी ने सिख संगत से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि दोषियों को कानून के घेरे में लाने के लिए शिरोमणि कमेटी हर संभव कदम उठाएगी।
—