लोक अधिकार लहर ने किया आह्वान 11 बजे शंभू बॉर्डर पर जुटेगी संगत
चंडीगढ़, 13 नवंबर : 14 नवंबर का दिन इस बार भारत के लिए कई मायनों में खास रहने वाला है। जहां एक ओर बिहार समेत कई राज्यों में होने वाले उपचुनावों के परिणाम राजनीतिक भविष्य तय करेंगे, वहीं दूसरी ओर पंजाब से लोक अधिकार लहर मोर्चा द्वारा बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर किए गए “दिल्ली इंसाफ़ मार्च” के ऐलान ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार, देशभर की सुरक्षा एजेंसियां 14 नवंबर को अलर्ट मोड पर हैं। हरियाणा सहित आस-पास के बीजेपी शासित राज्यों में पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने व्यापक तैयारियां कर ली हैं ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
लोक अधिकार लहर के प्रमुख बलविंदर सिंह और तरुण जैन बावा ने पंजाब की संगतों से अपील की है कि वे सुबह 11 बजे शंभू बॉर्डर पर एकत्र हों और शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली की ओर मार्च करें।
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे सड़क मार्ग से दिल्ली जाने से पहले ट्रैफिक की स्थिति अवश्य जांच लें और संभव हो तो ट्रेन से यात्रा को प्राथमिकता दें।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी दो अवसरों पर ऐसे माहौल में सीमाओं को अस्थायी रूप से सील करना पड़ा था। इसी कारण इस बार भी सीमावर्ती इलाकों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं, वहीं आयोजकों का कहना है कि उनका मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा और केवल बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर किया जा रहा है।





