नक्शे में कुछ और दिखा, बना डाली तीन मंजिलां इमारत, जल्द बिल्डिंग हो सकती है सील
लुधियाना 25 मई। लुधियाना में बनी आलीशान इमारतों के आए दिन नए नए राज सामने आ रहे हैं। देखने को तो इनमें से ज्यादातर इमारतें लग्जरी लगती है, लेकिन चमक दमक मारती यह इमारतें कई नियम तोड़ते हुए, लोगों की जान को दांव पर लगाकर अवैध तरीके से बनाई गई है। हालात यह है कि बाहुबलियों की और से निगम अधिकारियों के साथ सेटिंग करके कहीं भी बहुमंजिलां आलीशान इमारतें खड़ी कर दी जा रही है। लेकिन इन इमारतों से आम जनता को कितनी मुश्किल आ सकती है, इसकी किसी को फिक्र नहीं है। बता दें कि अब जवाहर कैंप में मिड्ढा चौक के पास स्थित सरदार जी टॉयज शोरुम का नया मामला सामने आया है। तीन मंजिलां इस आलीशान इमारत को भी सरेआम सभी रूल्स तोड़ते हुए बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार अब जल्द यह बिल्डिंग सील हो सकती है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि पिछले करीब 10 साल से उक्त शोरुम चल रहा है। लेकिन आज तक नगर निगम द्वारा इस पर कभी कोई एक्शन नहीं लिया गया। लेकिन अब शिकायत होने पर मात्र नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर दी गई। अब देखना होगा कि नगर निगम इस बिल्डिंग पर एक्शन लेता है या बाहुबली होने के चलते इसे भी बख्श दिया जाएगा। हलके के राजनेता भी इस मामले में शांति दिखाई दे रहे हैं।
बेसमेंट में पार्किंग दिखा पास हुआ था नक्शा
चर्चा है कि सरदाज जी टॉयज की और से इस जमीन पर इमारत बनाने के लिए नगर निगम से नक्शा पास कराया था। नक्शे में बेसमेंट में पार्किंग दिखाई गई थी। लेकिन बाद में बेसमेंट में ही शोरुम बना दिया। यानि की शोरुम का माल बिकना चाहिए, वहां आने वाले ग्राहक अपने वाहन कहां खड़े करे, उसकी चिंता नहीं है। इस इमारत की शुरुआत में ही नियम तोड़ दिए गए, जिससे साफ जाहिर है कि सरदाज जी टॉयज के मालिक को भी इसके बारे में जानकारी थी, लेकिन उन्होंने फिर भी सरेआम नियम तोड़ डाले।
निगम ने खुद माना, रिहायशी इलाके में बनी है कमर्शियल बिल्डिंग
नगर निगम की और से सरदार जी टॉयज को जारी किए नोटिस में उन्होंने खुद माना है कि रिहायशी इलाके में यह कमर्शियल इमारत बनी हुई है। जिसके चलते नगर निगम ने बिल्डिंग संबंधी दस्तावेज पेश करने को कहा है। नहीं तो बिल्डिंग को पीला पंजा चला गिरा दिया जाएगा।
कंपाउंड भी नहीं हो सकेगी बिल्डिंग
आज कल नगर निगम के अधिकारियों द्वारा कंपाउंडिंग चार्ज का खेल खेला जा रहा है। अधिकारी किसी भी इललीगल इमारत को किसी भी एरिया में आपसी सेटिंग करके कंपाउंड कर देते हैं।
चर्चा है कि अब निगम अधिकारी सरदार जी टॉयज बिल्डिंग को कंपाउंड करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बता दें कि यह बिल्डिंग कंपाउंड नहीं हो सकती। क्योंकि इस इमारत की बेसमेंट में पार्किंग छोड़नी जरुरी है, लेकिन वहां शोरुम चल रहे हैं। जिसके चलते या तो वहां पार्किंग बनानी होगी या बिल्डिंग सील होगी।
बच्चों व उनके परिजनों की जान को दांव पर लगा रहे
बता दें कि सरदार जी टॉयज पर कीमती खिलौने बेचे जाते हैं। इललीगल इमारत बनाकर शोरुम मालिक अपना तो लाखों का माल बेच रहे हैं, लेकिन आम जनता की जान को दांव पर भी लगा रहे हैं। खिलौनों का शोरुम होने के चलते वहां हर समय बच्चे व उनके परिजन भारी संख्या में आते हैं। लेकिन फिर भी शोरुम मालिक बेखौफ होकर अपना व्यापार कर रहे हैं। ऐसे में अगर अचानक अप्रिय घटना हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन है। क्योंकि ज्यादातर इललीगल तरीके से बनी इमारतों में कभी भी कोई भी घटना हो सकती है। ऐसे में न तो सरकारी विभाग इस पर सख्त है न ही नेतागन अपनी जिम्मेदारी समझते हैं।