श्री राम शरणम्, श्री राम पार्क, बसंत रोड में संत अश्वनी बेदी जी ने कहा कि श्री रामायण के बाल काण्ड में भगवान राम के बचपन, उनके विवाह और उनके पिता दशरथ के पुत्रकामेष्टि यज्ञ का वर्णन है।

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22 सितम्बर –

यह काण्ड हमें उनके दिव्य जन्म और प्रारंभिक जीवन की झांकी दिखाता है।

अयोध्या नगरी में राजा दशरथ का शासन था। वे धर्मात्मा, न्यायप्रिय और प्रजापालक थे, लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी, जिसके कारण वे चिंतित रहते थे। उनकी तीन पत्नियाँ थीं: कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी।

अपनी संतान प्राप्ति की इच्छा से राजा दशरथ ने महान ऋषि वशिष्ठ की सलाह पर पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया। इस यज्ञ में अनेक ऋषि-मुनियों और विद्वानों ने भाग लिया। यज्ञ के समापन पर अग्निदेव प्रकट हुए और उन्होंने दशरथ को एक दिव्य पायस (खीर) का पात्र दिया।

दशरथ ने उस पायस को अपनी तीनों पत्नियों में बाँट दिया।
* कौशल्या ने आधा भाग खाया, जिससे राम का जन्म हुआ। वे विष्णु के अवतार थे।
* सुमित्रा ने बचे हुए पायस का आधा भाग खाया, जिससे लक्ष्मण और शत्रुघ्न नामक दो तेजस्वी पुत्रों का जन्म हुआ।
* कैकेयी ने बचा हुआ थोड़ा सा पायस खाया, जिससे भरत का जन्म हुआ।
इस प्रकार राजा दशरथ को चार पराक्रमी पुत्र प्राप्त हुए।

राजकुमारों का बचपन उज्ज्वल शिक्षा प्राप्ति में हुआ । चारों राजकुमार धीरे-धीरे बड़े होने लगे। वे तेजस्वी, बलवान और गुणवान थे। उन्हें ऋषि वशिष्ठ और अन्य विद्वानों द्वारा वेद, शास्त्र, धनुर्विद्या और युद्ध कौशल की शिक्षा दी गई। राम सभी गुणों में श्रेष्ठ थे और सबका मन मोह लेते थे। लक्ष्मण सदैव राम के साथ रहते थे और उनके प्रति अटूट स्नेह रखते थे। भरत शांत और धर्मात्मा थे, जबकि शत्रुघ्न सेवाभावी और निष्ठावान थे।
एक दिन ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ के दरबार में आए और उन्होंने राम और लक्ष्मण को अपने साथ वन में राक्षसों से यज्ञ की रक्षा के लिए ले जाने का आग्रह किया। दशरथ पहले तो अपने प्रिय पुत्रों को भेजने में हिचकिचाए, लेकिन वशिष्ठ की सलाह पर उन्होंने अनुमति दे दी।
वन में राम और लक्ष्मण ने महर्षि विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा की और ताड़का नामक भयंकर राक्षसी का वध किया। उन्होंने सुबाहु नामक राक्षस को भी मार गिराया और मारीच को अपने बाण से दूर भगा दिया। इसलिए महाराज ने हमें समझाया की शिक्षा प्रद वर्णन करूँ और श्री रामायण जी ज्ञान का सागर है ।
इस सभा में श्रीमती सुदर्शन जैन, सुमन जैन, शिखा जैन, मंजू गुप्ता, भाविका गुप्ता, राज गुप्ता, वीणा सोनी, उषा कपूर, किरण खरबंदा, श्री रामेश्वर गुप्ता, गुलाब राय, शशि गुप्ता, वीरेंद्र जैन, बृजेश गुप्ता व अन्य सम्मिलित रहे ।

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