लुधियाना 7 अक्तूबर : श्री राम शरणम , श्री राम पार्क में चल रहे श्री रामायण ज्ञान यज्ञ में आज आरण्यकाण्ड का पासंग सुनाते हुए कहा कि जब रावण मारीच के पास गया कि सीता का हरण करना है तब मारीच रावण से कहता है , हे रावण तू मुझे मृत्यु के मुख में क्यों भेज रहा है ।
इस संसार में कोई विरला ही सत्य पथ दिखाता है । सन्त अश्वनी बेदी जी ने कहा कि आज संसार में चिकनी चुपड़ी मीठी बातें कर के हानि पोहुचाने वाले अधिक मिलते हैं ।
मारीच रावण से कहता है कि तू श्री राम चन्द्र को साधारण मानव समझने की भूल मत कर । इतना शांत , गंभीर रहने वाला जो अपने देश से निकाला गया हो कोई साधारण मानव नहीं हो सकता ।
श्री राम में किसी प्रकार से भी क्रोध और मोह नहीं है , वह शांत और धैर्य से परिपूर्ण हर प्रस्थिति में सुखी रहनेवाला सिद्ध महापुरुष है ।
श्री राम चन्द्र जातिन्द्रिय प्राण पालन करने वाले को तो साधारण न मान । वो उत्तम तपस्वी महान पुरुष है ।
श्री राम सदा सजग रहता है और उस की पत्नी सूर्या की ज्योति समान तेजोमय परम पावन पवित्र है उस के हरण की कुमत्ती कौन नर तुझे दे रहा है ।
मैं तेरे हित की बात कहता हूँ , मेरा कथन मान ले श्री राम दिव्य शक्ति इस धरती पर पधारी है । रावण तू विषय वासना वश उस परम पुरष से वैर न कर । वो तेरे वंश को समूल नष्ट करने की शक्ति से संपन्न है ।
मैं तेरे हित की बात कहता हूँ तू शांत हो कर बैठ जा यही तेरे लिये उत्तम है । किन्तु रावण अभिमानी था उसे अच्छी बातें कहाँ भाती थी । इसी लिए नाश को प्राप्त हुया । सभा में राज मित्तल , उमा मित्तल , इन्दु अग्रवाल , सुमन जैन , सुदर्शन जैन , गुलाब राय , रामेश्वर गुप्ता , राज गुप्ता , शशि गुप्ता , मंजु गुप्ता , सोनिया तिवारी , रश्मि गर्ग , शुचिता दुग़ल , किरण खरबंदा , स्वीट धवन , दीक्षा धवन , मधु बजाज , वीणा सोनी सहित गणमान्य सम्मिलित हुए ।