प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की मांग, एचकेआरएन में किया जाए शामिल, रोडवेज कर्मियों ने भी दिया समर्थन
रोहतक 13 जनवरी। यहां पीजीआई में ठेके पर लगे कर्मचारियों ने सोमवार को हड़ताल शुरू कर दी। बेमियादी हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने ठेकेदार, प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान ठेके पर लगे कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें कौशल रोजगार निगम के तहत लगाया जाए। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे। रोहतक पीजीआई के बेरर चांद ने बताया कि सरकार ने घोषणा की थी कि सभी अनुबंधित कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इस घोषणा के बाद कुछ कर्मचारी तो एचकेआरएन के तहत नौकरी लग गए। वहीं उनका रिकार्ड भी मांग लिया था और कंप्यूटर पर भी अपलोड कर दिया था। हालांकि पोर्टल पर अपलोड नहीं करने दिया, जिसे रोक दिया गया।
उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों से एचकेआरएन में शामिल करने की मांग को लेकर मुलाकात की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। महिला कर्मचारी सावित्री ने कहा कि उनको परेशान किया जा रहा है। उनकी पंचिंग और तनख्वाह काट ली जाती है। कुछ समय लेट होते ही गैर-मौजूद दिखा दिया जाता है। ठेकेदार द्वारा पिछले 5-6 महीने से हर माह एक-दो हजार रुपए काट लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि चार साल से उनकी तनख्वाह नहीं बढ़ी।
सोमबीर हुड्डा ने कहा कि उन पर मानसिक दबाव भी बनाया जा रहा है। अगर घर में कोई बीमार हो जाता है तो भी उन्हें छुट्टी नहीं मिलती। ठेकेदार कहता है कि तीन दिन पहले बताएं। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल जारी रखेंगे।
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