दिल्ली के सीएम पद की दौड़ में हरियाणा की रेखा गुप्ता भी शामिल

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रेखा कॉलेज-लाइफ में ही आरएसएस से जुड़ीं, सीएम बनीं 21 बीजेपी शासित राज्यों में होंगी इकलौती महिला सीएम

 

नई दिल्ली 13 फरवरी। हरियाणा में जींद की रहने वाली रेखा गुप्ता जिंदल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। रेखा इसी महीने हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से विधायक चुनीं गई।

उन्होंने आप की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। रेखा स्टूडेंट लाइफ से ही पॉलिटिक्स में आ गईं थीं। वहीं शुरुआत से वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी से जुड़ी हुई हैं। इस वक्त वे दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। यहां गौरतलब है कि दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा बहुमत से चुनाव जीती है। जिसके बाद देश के 21 राज्यों में बीजेपी या उनके गठबंधन की सरकार है। हालांकि अभी कहीं भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है। ऐसे में भाजपा दिल्ली में महिला सीएम का दांव चल सकती है।

इससे पहले आप ने भी आतिशी को मुख्यमंत्री बनाया था। भाजपा ने पहले सुषमा स्वराज को भी दिल्ली की सीएम बनाया था। महिला मुख्यमंत्री बनाने की बारी आई तो रेखा के मुकाबले में शिखा राय का भी नाम है। शिखा ने आप के दिग्गज नेता सौरभ भारद्वाज को हराया है। हालांकि दिल्ली में भाजपा की 4 महिला विधायकों में जींद की रेखा सबसे अनुभवी हैं। रेखा का दावा इसलिए भी मजबूत माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और हरियाणा के सीएम नायब सैनी जैसे भाजपा दिग्गजों ने उनके लिए प्रचार किया था।

रेखा गुप्ता का पुश्तैनी गांव नंदगढ़ जींद के जुलाना क्षेत्र में है। यहां उनके दादा मनीराम और परिवार के लोग रहते थे। रेखा के पिता जयभगवान 1972-73 में बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर बने तो उनकी ड्यूटी दिल्ली में आ गई थी। इसके बाद परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। रेखा की स्कूली पढ़ाई से लेकर ग्रेजुएशन और एलएलबी की पढ़ाई दिल्ली में ही हुई है। । छात्र जीवन से ही रेखा राजनीति में सक्रिय हो गई थीं।

रेखा ने 1998 में मनीष गुप्ता के साथ शादी की। मनीष स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस करते हैं। रेखा ने इससे पहले भी दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा। पहली बार वह 11 हजार वोटों से हार गई थी तो पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी की वंदना से साढ़े चार हजार वोटों से उनसे जीती थीं।

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