हरियाणा विस चुनाव : बीजेपी में राव दिखा रहे पूरा ताव सात टिकट को लेकर अड़े, हाईकमान 5 देने को तैयार !

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केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंदरजीत की अहीरवाल बैल्ट पर गहरी पकड़, यही है भाजपा का गढ़

हरियाणा 31 अगस्त। यहां विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के ऐलान से पहले बीजेपी में घमासान जारी है। दरअसल राज्य में भाजपा का गढ़ कहलाने वाली अहीरवाल बैल्ट को लेकर ज्यादा मारामारी मची है। केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह इस बैल्ट पर गहरी पकड़ रखते हैं। लिहाजा वह इस बैल्ट से जुड़ी सीटों पर टिकट बंटवारे को लेकर पूरी दखलंदाजी कर रहे हैं।
माना जाता है कि अहीरवाल की 11 सीटों पर राव की मजबूत पकड़ है। जिसके चलते वह 7 सीटों पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाने चाह रहे हैं। इसमें रेवाड़ी, कोसली, बावल, नारनौल, अटेली, पटौदी और गुरुग्राम सीट शामिल हैं। दूसरी तरफ, पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व 5 सीटों कोसली, अटेली, रेवाड़ी, पटौदी और बावल पर उनकी रजामंदी से कैंडिडेट उतारने के लिए तैयार है। जबकि राव अपने उन राजनीतिक धुर-विरोधियों को निपटाने के लिए कुछ और भी शर्तें रख रहे हैं।
वैसे तो भाजपा नेतृत्व जिन्हें मजबूत कैंडिडेट मान मैदान में उतारने को तैयार है, उनमें से अहीरवाल की 3 सीटें हैं। इन सीटों पर राव चाहते हैं कि उनकी पसंद और संगठन दोनों को तवज्जो मिले। उनकी नाराजगी की पहली वजह उनकी बेटी आरती राव की टिकट को लेकर थी। जबकि पार्टी नेतृत्व आरती को टिकट देने को तैयार है। उम्मीदवारों की सूची जारी करने में देरी की एक बड़ी वजह राव की नाराजगी दूर करना भी है।
बताते हैं कि राव की नाराजगी बीजेपी ने पहले से ही भांप ली थी। जिसके बाद उनको तवज्जो दी गई। बताते हैं कि जिन सीटों पर राव ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगी हैं, उन पर जीत की गारंटी भी पार्टी नेतृत्व को दी है। अहीरवाल बेल्ट की 2 सीटें उनकी साख का सवाल बनी हैं। इनमें एक पटौदी और दूसरी बावल सीट है। ये दोनों ही सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं। इन पर रामपुरा हाउस यानि राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का दबदबा है। नारनौल, बावल, कोसली, पटौदी ऐसी सीट हैं, जहां पर मौजूदा विधायकों की टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है। राव की इन चारों ही सीटों में खास रुचि है। पिछले दिनों गुरुग्राम की मीटिंग में अपने समर्थकों का पैनल में नाम नहीं होने से राव नाराज हो गए थे। जिसके बाद पूरे मामले में पार्टी हाईकमान ने दखल दिया।
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