राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर केंद्र सरकार के समक्ष पंजाब का पक्ष मजबूती से रखने का आग्रह किया पंजाब के 500 गांव बाढ़ से प्रभावित, लाखों एकड़ से अधिक फसलें नष्ट

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

नई दिल्ली/चंडीगढ़, 30 अगस्त

पंजाब में बाढ़ से हुई व्यापक तबाही को गंभीरता से लेते हुए, राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की माँग की है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बारिश ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया है।

अपने पत्र में मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि पंजाब में लगभग 500 गाँव, 300 सरकारी स्कूल और 3 लाख किसानों की फसलें बाढ़ की चपेट में आ गई हैं। 26 अगस्त की रात को रावी नदी में 14.11 लाख क्यूसेक पानी का बहाव था, जबकि 1988 में रावी में सबसे ज़्यादा 11.20 लाख क्यूसेक पानी का बहाव दर्ज किया गया था। संत सीचेवाल ने आगे बताया कि इस बार ब्यास नदी में भी 2.5 से 3 लाख क्यूसेक पानी का बहाव हुआ है। उन्होंने अपने पत्र में इस बात पर ज़ोर दिया कि मौजूदा जल बहाव ने पंजाब में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

संत सीचेवाल ने कहा कि ब्यास नदी के पानी ने किसानों की हज़ारों एकड़ फ़सलें बर्बाद कर दी हैं। इस समय पंजाब के तीनों क्षेत्र – माझा, मालवा और दोआबा – बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, फ़िरोज़पुर और फ़ाज़िल्का ज़िले गंभीर बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि पंजाब के किसानों ने अपने युवाओं के साथ मिलकर हमेशा देश के खाद्यान्न भंडार को भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राष्ट्रहित के लिए लगातार खड़े होकर संघर्ष किया है।

संत सीचेवाल ने अपने पत्र की एक प्रति पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान को भी भेजी और उनसे केंद्र सरकार के समक्ष पंजाब का पक्ष मजबूती से रखने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि पंजाब सरकार भी भारत सरकार को तथ्यों के साथ पत्र लिखकर बताए कि कैसे हिमाचल प्रदेश और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ का पानी पंजाब की नदियों में घुसकर भारी तबाही मचा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि राज्य के किसानों, मजदूरों और अन्य प्रभावित लोगों को उचित और पर्याप्त मुआवज़ा मिले, और इस मुआवज़े को निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान मुद्रास्फीति सूचकांक से जोड़ा जाए।

बातचीत के दौरान संत सीचेवाल ने अपनी मांग दोहराई कि मुआवजा सीधे किसानों तक पहुंचना चाहिए।

फोटो कैप्शन:

  1. राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेवा करते हुए।
  2. संत सीचेवाल किसानों और स्थानीय निवासियों के साथ खड़े हैं।
  3. स्वयंसेवक बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाते हुए और भोजन (प्रसाद) वितरित करते हुए।