शिव कौड़ा
फगवाड़ा 5 अक्टूबर : कौमी सेवक रामलीला कमेटी की ओर से श्री हनुमानगढ़ी मंदिर में आयोजित की जा रही रामलीला की दूसरी नाईट में श्री राम और सीता जन्म के दृश्य डायरेक्टर नरिंद्र शर्मा निंदी एवं किशोर हीर के निर्देशन में प्रस्तुत किये गये। कमेटी चेयरमैन बलदेव राज शर्मा एवं प्रधान इंद्रजीत करवल की अध्यक्षता में आयोजित दूसरी नाईट में ज्योति प्रज्जवलित करने की रस्म समाज सेवक आशु पुरी और सुखबीर सिंह किन्नड़ा ने निभाई। जबकि रिबन काट कर उद्घाटन की रस्म एसपी रुपिंदर कौर भट्टी, डीएसपी भारत भूषण, एस.एच.ओ सिटी जतिन्द्र कुमार के अलावा विशेष तौर पर उपस्थित हुए दीपक बाली सलाहकार कला, सभ्याचार और भाषा विभाग, दिल्ली सरकार ने संयुक्त तौर पर पूरी करवाई। दूसरी नाईट में दिखाया गया कि सन्तान प्राप्ति न होने से उत्तराधिकारी की चिंता में राजा दशरथ महर्षि वशिष्ठ के आग्रह पर श्रृंगि ऋषि से पुत्रेष्टि यज्ञ करवाते हैं। फलस्वरूप राजा के महल में राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन के रूप में चार राजकुमारों का जन्म होता है। दूसरी तरफ मारीच और सुबाहू आदि राक्षसों के अत्याचार से ऋषि समाज भयभीत है। राक्षसों द्वारा यज्ञों में विध्वंस किया जाता है। यह सब देख ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ से सहायता के लिये रघुकुल का द्वार खटखटाते हैं। इस नाईट में विश्वामित्र की भूमिका मनप्रीत संधू, राजा जनक की भूमिका अशोक कुमार, रानी सुनयना की भूमिका रामपाल सुमन, श्रृंगी ऋषि की भूमिका लक्ष्मण दास सुमन, दशरथ की भूमिका विक्रम शर्मा, खर व दूषण व राक्षसों की भूमिका अवतार पम्मा, मनोज टंडन, साहिल भार्गव, निशांत शर्मा, अमित सुमन, ऋषि वशिष्ठ की भूमिका बंटी बत्रा, मंत्र्ाियों की भूमिका सुनील कुमार, अभिलाष और जतिन टंडन द्वारा निभाई गई। मंच का संचालन लैक्चरार हरजिंदर गोगना एवं रंजीत पाबला ने बाखूबी किया। इस अवसर पर कमेटी सरप्रस्त तिलक राज कलुचा, तरसेम लाल सुमन, कीमती लाल शर्मा, कृष्ण बजाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मण दास सुमन, उप प्रधान दीपक भारद्वाज, वेद प्रकाश तनेजा, रविंदर कुमार (नीटा) एडवोकेट, प्रदीप शर्मा, गुरदीप सैनी, रमन शर्मा सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।
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