व्यापार मंडल ने जताया रोष, पंजाब बंद के चलते एक बार फिर कारोबारियों को लगा बड़ा आर्थिक झटका
लुधियाना 30 दिसंबर। पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की मीटिंग माता रानी रोड स्थित मुख्य दफ्तर में हुई। जिसमें सूबे के जनरल सेक्रेटरी और राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य सुनील मेहरा के साथ स्टेट सेक्रेटरी आयुष अग्रवाल ने मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने सोमवार को पंजाब में किसानों द्वारा बंद को लेकर कहा कि पहले ही पंजाब राज्य आर्थिक मंदी से झूझ रहा है। पंजाब में कानून व्यवस्था में अस्थिरता के कारण बाहर से आने वाले व्यापारी डरने लगे हैं। सूबे की आप सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के कारण लाखों व्यापारिक इकाईयां राज्य से पलायन कर चुकी हैं। करीब 3 लाख करोड़ से अधिक का व्यापार निवेश राज्य से बाहर जा चुका है। पिछले किसान आंदोलन में राज्य का5 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था। अकेले लुधियाना को एक लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था।
मेहरा ने रोष जताया कि अभी व्यापार जगत उस नुकसान से उभरा भी नहीं था कि इस वर्ष में पंजाब के दोनों बॉर्डर शंभू और खनौरी किसानों ने प्रदर्शन के चलते बंद हो गए। जिसके चलते बाहर से व्यापारी को आने में दिक्कत आने लगी, माल की आवाजाही में दिक्कत आने लगी और महंगे दरों पर पंजाब से निर्यात होने लगा। किसानों के आंदोलन से फिर एक बार लुधियाना इकाइयों को 1500 करोड़ का नुक़सान झेलना पड़ा।
व्यापारी नेताओं ने कहा कि हम किसानों से गुज़ारिश करते हैं कि वे इस बात को समझें कि किसान और व्यापारी दोनों राज्य की रीढ़ की हड्डी हैं। सरकार और किसानों को एक मंच पर आकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा। जरूरत पड़ी तो किसानों की तर्ज पर व्यापारी भी अपनी तरक्की के लिए संघर्ष का बिगुल बजाएंगे।
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