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साल 2024 में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में पंजाब पुलिस सबसे आगे ….

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मोहाली 02 Jan : साल 2024 में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में पंजाब पुलिस सबसे अव्वल रही है। जबकि रेवेन्यू डिपार्टमेंट दूसरे और स्थानीय निकाय विभाग इस मामले में तीसरे नंबर पर रहा है( यह जानकर थोड़ा सा आपको अटपटा जरूर लगा होगा, लेकिन पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की ओर से साल 2024 में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को लेकर दर्ज किए गए मामलों में यही आंकड़े निकलकर सामने आए हैं।

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के के डायरेक्टर कम स्पेशल डीजीपी वीरेंद्र कुमार की ओर से मीडिया को दी गई जानकारी मुताबिक 2024 में कुल 134 ट्रैप केस में अलग-अलग विभागों के 139 अधिकारियों-कर्मचारियों और 34 आम व्यक्तियों को रिश्वत लेते-रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आंकड़ों मुताबिक 1 जनवरी से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक 10 गजेटेड अधिकारियों और 129 नॉन गैजेटेड अधिकारियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख ने खुलासा करते किया बताया है कि इन मामलों में पंजाब पुलिस के 53, रेवेन्यू डिपार्टमेंट के 33, स्थानीय निकाय विभाग के 18, बिजली विभाग के 9, स्वास्थ्य विभाग के 8, पंचायत और ग्रामीण विकास के तीन, फूड एंड सप्लाई के तीन मुलाजिम रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किए गए हैं। इसके अलावा विजिलेंस की ओर से वन विभाग, लेबर, फाइनेंस और ट्रांसपोर्ट विभाग के दो- दो मुलाजिमों को भी भ्रष्टाचार के केस में गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि ब्यूरो ने पंजाब भर में 124 मुलाजियों के खिलाफ अपराधिक केस दर्ज किए हैं। जिनमें 29 गैजेटेड अधिकारी, 117 नॉन गैजेटेड अधिकारी और 117 आम व्यक्ति शामिल है। इसके अलावा 26 अधिकारियों, 27 नॉन गैजेटेड अधिकारियों और 7 आम व्यक्तियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों पर 60 विजिलेंस इंक्वारी दर्ज की गई है। इसके अलावा तीन गजेटेड अधिकारियों के खिलाफ आमदन से ज्यादा जायदाद बनाने के तीन केस दर्ज किए गए हैं।

डीजीपी विजिलेंस ने और अधिक जानकारी देते बताया कि समर्थ अदालतों की ओर से भ्रष्टाचार रोको कानून के तहत ब्यूरो की ओर से दर्ज 41 केसों में 50 दोषियों को सजा सुनाई है। जिनमें 3 गजेटेड अधिकारी, 31 नॉन गैजेटेड अधिकारी और 16 आम व्यक्ति शामिल है। जिनको एक साल से लेकर 7 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। अदालत ने इन में कुछ दोषियों को 5000 से लेकर 5 लख रुपए तक का जुर्माना भी किया गया है, जिसकी कुल रकम 22 लाख 42000 बनती है।

उन्होंने आगे बताया कि पिछले वर्ष के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में जिन प्रमुख अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है या उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें आई.ए.एस. अधिकारी विनय बुबलानी, पीसीएस अधिकारी हरप्रीत सिंह सहायक श्रम कमिश्नर होशियारपुर, ए.सी.पी. निरदेश कौर लुधियाना, कार्यकारी इंजीनियर रणबीर सिंह, डीसीएफए पंकज गर्ग, सीटीपी पंकज बावा, बाजवा डेवलपर्स मोहाली के मालिक जरनैल सिंह बाजवा और मेडिकल ऑफिसर डॉ. नरिंदरपाल सिंह शामिल हैं। इसके अलावा बीडीपीओ गुरमुख सिंह, सरबजीत सिंह और कुलविंदर सिंह क्रमश: लुधियाना, फिरोजपुर और मोहाली में तैनात हैं, बलदेव राज डीएफएसओ, तहसीलदार सुखचैन सिंह और लखविंदर सिंह, दीपक बिल्डर्स के दीपक कुमार सिंगल, अरविंदर सिंह चीफ इंजीनियर, परमजीत सिंह और सरबराज कुमार दोनों कार्यकारी इंजीनियर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

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