चंडीगढ़, 20 अगस्त:
पंजाब पुलिस ने उन शिविरों की जांच के लिए कई टीमें गठित की हैं, जो कथित तौर पर सरकारी योजनाओं के नाम पर व्यक्तियों की व्यक्तिगत जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
यह जाँच उन शिकायतों के बाद शुरू की गई है जिनमें कहा गया था कि शिविरों में अनधिकृत व्यक्तियों द्वारा नागरिकों का व्यक्तिगत डेटा एकत्र किया जा रहा है, जिससे व्यक्तिगत डेटा चोरी और बैंक धोखाधड़ी का ख़तरा बढ़ रहा है। यह भी बताया गया है कि इन शिविरों में फ़ॉर्म भरे जा रहे हैं।
जिला पुलिस प्राधिकारियों ने जांच दलों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित व्यक्तियों के साथ पूछताछ में शामिल हों, कथित शिविरों के स्थानों का दौरा करें तथा कानून के अनुसार जांच करें।
पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने नागरिकों से अपील की है कि वे आधार कार्ड आदि सहित अपना व्यक्तिगत डेटा अनाधिकृत व्यक्तियों के साथ साझा न करें और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे ऑनलाइन या अधिकृत तंत्र के माध्यम से लें।
प्रवक्ता ने बताया कि सरकारी सुविधा केन्द्र उन नागरिकों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं जो सरकारी योजनाओं में अपना नामांकन कराना चाहते हैं या लाभार्थी कार्ड डाउनलोड करना चाहते हैं, जो डेटाबेस से आवेदक की पहचान के प्रमाणीकरण के बाद उपलब्ध होता है।
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