विधायक कलसी को उपाध्यक्ष किया गया नियुक्त
चंडीगढ़ 22 नवंबर। शुक्रवार को पंजाब में बड़ा सियासी-फेरबदल देखने को मिला। सूबे के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान पद को छोड़ने का ऐलान कर दिया। जबकि सूबे के मंत्री अमन अरोड़ा को प्रधान नियुक्त कर दिया गया। उनके साथ ही विधायक शैरी कलसी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।
यहां गौरतलब है कि सीएम भगवंत मान ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट डालकर यह जानकारी सांझा की है। सियासी जानकारों की नजर में यह आप का बड़ा राजनीतिक दांव माना जा सकता है। दरअसल कांग्रेस के सोशन-इंजीनियरिंग के फार्मूले को देर-सबेर आम आदमी पार्टी ने भी अमल में लाने का राजनीतिक-प्रयोग किया है। जैसा कि कांग्रेस ने पंजाब में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के रहते हुए सुनील जाखड़ को पार्टी प्रधान बनाया था। अब उसी तर्ज पर आप सरकार में सीएम मान के साथ पार्टी के प्रदेश प्रधान अरोड़ा की नियुक्ति को सिख-हिंदू वोट बैंक को एकसाथ साधने की रणनीति के तौर पर देखा जा सकता है।
अमन का सियासी-रसूख :
विधायक अमन अरोड़ा को राजनीति विरासत में मिली है। वह लंबे समय तक कांग्रेस से भी जुड़े रहे। उनके पिता स्व. बाबू भगवान दास अरोड़ा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे थे। साल 1992 और 1997 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करा भगवान दास अरोड़ा ने अपना रसूख बनाया था। हालांकि साल 2000 में उनका निधन हो गया, जिसके बाद अमन अरोड़ा ने उनकी सियासी विरासत संभाली।
खुद अमन अरोड़ा संगरूर जिले के सुनाम से दूसरी बार विधायक हैं। हालांकि दोनों बार उन्हें आप से ही चुनाव लड़कर कामयाबी मिली। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए 2007 और 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए थे। जिसके बाद वह 2016 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे, फिर 2017 के विस चुनाव जीते। विपक्ष में रहने के बावजूद वह संघर्ष करते रहे। पंजाब में 2022 के चुनाव में उन्होंने सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने सुनाम से कांग्रेस के जसविंदर धीमान को हराया था।
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