पंजाब 8 अगस्त। पंजाब सरकार द्वारा मांगे न माने जाने के विरोध में PRTC और पनबस के कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। मुलाजिमों का आरोप है कि किलोमीटर स्कीम की बसों का टेंडर रद्द करने, वेतन और स्वीकृत मांगों को अंतिम रूप देने को लेकर सरकार ने अब तक कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया है। इसी कारण उन्होंने यह विरोध शुरू किया है। सभी कर्मचारी अपनी बसें नजदीकी बस स्टैंड पर रोकेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्दी कार्रवाई नहीं की, तो वे बसें सड़क पर खड़ी कर जाम लगाएंगे।
अब सरकार के हाथ में सारी गेम
मुलाजिमों ने कल सरकार को आज दोपहर तक का समय दिया था कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। मुलाजिमों का कहना है कि उन्होंने सरकार को स्पष्ट कर दिया था कि हड़ताल रहेगी या नहीं, यह उनके फैसले पर निर्भर करेगा। इस बारे में उनके कॉन्ट्रैक्ट यूनियन के प्रधान रेशम सिंह ने कहा कि हड़ताल शुरू कर दी गई है। उनका आरोप है कि सरकार जानबूझकर टालमटोल कर रही है। अगर कोई फैसला नहीं हुआ, तो हमारी हड़ताल कल भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हम भी नहीं चाहते कि लोगों को परेशानी हो, लेकिन अब यह सरकार के हाथ में है कि वह क्या फैसला करती है।
बसें आठ राज्य में 577 रूट पर चलती है
पीआरटीसी बसें 577 रूट पर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तराखंड सहित चलती है। यह रोजाना करीब 355827 किलोमीटर तय करती हैं। 1310 नियमित कर्मचारी है। यह कुल आठ हजार मुलाजिम है। वहीं, इन बसों के चलने सबसे ज्यादा आम लोग परेशान होंगे। क्योंकि यह बसे लाइफ लाइन है। माना जा रहा है कि सरकार जल्दी ही इनसे बातचीत कर सकती है।