लुधियाना 09 May : श्री गुरु अंगद देव जी के प्रकाश पर्व को समर्पित श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब के
पाठ का भोग गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना में डाला गया।
भोग के बाद गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। वर्ष 2006 में गुरु अंगद देव साहब के नाम पर ही
इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी । गुरु अंगद देव जी स्वयं एक पशु प्रेमी थे और बीमार
और संकटग्रस्त जानवरों की देखभाल करते थे और उनका इलाज कराते थे। भाई जरनैल सिंह के
रागी जत्थे ने रसभिन्ना कीर्तन करके संगत को अध्यात्म से जोड़ा।डॉ जतिंदर पाल सिंह गिल, निदेशक छात्र कल्याण ने कहा कि दो दिवसीय अखंड पाठ के
दौरान विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, शिक्षकों, छात्रों और अन्य संगत ने अपने तन, मन और धन
से योगदान दिया। डॉ इंद्रजीत सिंह, वाइस चांसलर ने कहा कि गुरुओं का अनुकरणीय जीवन
और श्री गुरु ग्रंथ साहिब में रचित गुरबाणी हमें कई तरह से मार्गदर्शन और ज्ञान देते हैं। डॉ
सरबजीत सिंह, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने दूसरे गुरु साहिब के जीवन दर्शन, शिक्षाओं और
रचना के बारे में संगत को विस्तार से बताया। वेटरनरी विश्वविद्यालय, पंजाब कृषि
विश्वविद्यालय और परिसर के बाहर से भी बड़ी संख्या में संगत ने प्रकाश पर्व में भाग लिया।