29 सितम्बर- निशान सिंह हैप्पी की ड्यूटी अमृतसर स्थित पावरकाम में सब स्टेशन आपरेटर के तौर पर थी। रात को हैप्पी ड्यूटी से वापस अपने घर जा रहा था तभी आरोपियों ने उस पर गोलियां बरसा दी। जम्मू-कश्मीर-राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित कस्बा नौशहरा पन्नूआं के बस अड्डे पर पावरकाम के कर्मी निशान सिंह हैप्पी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। बाइक पर सवार होकर आए तीन नकाबपोश युवाओं ने वारदात को अंजाम दिया व फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सरहाली पुलिस मौके पर पहुंची। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उनकी मौत के बाद उनके बेटे निशान सिंह हैप्पी (26) को नौकरी मिल गई।
आरोपियों ने हैप्पी पर छह गोलियां दागीं। चार गोलियां लगने से सड़क पर लहुलुहान होकर गिरे हैप्पी को तरनतारन के निजी अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी (आई) रिपुतपन सिंह, सीआईए प्रभारी प्रभजीत सिंह गिल मौके पर पहुंचे।
सत्ता नौशहरा ने ली जिम्मेदारी
विदेश में बैठे आतंकी लखबीर सिंह हरिके के साथी सत्ता नौशहरा ने हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट में कहा गया है कि गोपी नंबरदार व हैप्पी ने मिलकर हमारे भाई सुखविंदर का नुकसान करवाया था। सत्ता ने कहा कि हमारे नाम पर लोगों को डराकर पैसे वसूलता था। हमारा नाम बदनाम करने वालों का यही हश्र होगा।
एसएसपी डाॅ. रवजोत ग्रेवाल का कहना है कि पोस्ट की जांच की जा रही है। थाना सरहाली में हत्या का केस दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
